चंद्रबाबू नायडू ने पीएम मोदी से पूछा- उन्हें खाली हाथ आंध्र प्रदेश आने में शर्म नहीं आएगी?
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को विशाखापत्तनम का दौरा करेंगे। पीएम मोदी के दौरे से पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पीएम मोदी से सवाल पूछा कि क्या उन्हें आंध्र प्रदेश खाली हाथ आने में शर्म नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि वो राज्य के 5 करोड़ लोगों को अधूरे वादे पूरे ना करने पर क्या स्पष्टीकरण देंगे। उन्होंने आंध्र प्रदेश पुर्नगठन अधिनियम को लेकर पीएम मोदी से ये सवाल पूछा? गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश में 25 लोकसभा सीटें हैं और पीएम मोदी के विशाखापत्तनम दौरे को उससे जोड़कर देखा जा रहा है। भाजपा की नजरें दक्षिण पर हैं। उसने चुनाव से पहले तमिलनाडु में सत्ताधारी अन्ना द्रमुक से गठबंधन कर लिया है।
'पांच सालों में पीएम मोदी ने नहीं निभाया वादा'
पीएम मोदी के तय कार्यक्रम से एक दिन पहले नायडू ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी। इसमें उन्होंने कहा कि पुर्नगठन एक्ट 59 महीने पहले आया था। जबकि पीएम मोदी पिछले 57 महीने से सत्ता में हैं। पांच साल खत्म होने को हैं। लेकिन आंध्र प्रदेश से जो वादे किए गए थे, वो पूरे नहीं हुए हैं। मैंने करीब 29 बार नई दिल्ली का दौरा किया और कई बार आपसे निवेदन किया लेकिन कुछ नहीं मिला। चंद्रबाबू नायडू ने आगे कहा कि पिछले पांच सालों से आंध्र प्रदेश के लोग आपके विश्वासघात, अन्याय और धोखेबाजी से गुस्से में हैं।
'आंध्र प्रदेश के लोग गुस्से में हैं'
पूरे देश के लोगों ने आंध्र प्रदेश की लड़ाई पर प्रतिक्रिया दी। लेकिन ना पीएम मोदी और ना ही बीजेपी ने इसे लेकर कुछ कहा, आपके विशाखापत्तनम दौरे से पहले मैं आपको याद दिलाना चाहता हू कि आंध्र प्रदेश के लोग कितने गुस्से में हैं। पांच करोड़े लोगों के प्रतिनिधि के तौर पर आपके विश्वासघात पर आपसे सवाल पूछ रहा हूं और आपको आपकी जिम्मेदारी याद दिला रहा हूं कि जनप्रतिनिधि होने के नाते आपको लोगों की भावनाओं को समझना चाहिए। विशाखापत्तनम में एक नए साउथ कोस्ट रेलवे ज़ोन की स्थापना की रेलवे की घोषणा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र ने रायगढ़ डिवीजन से केके लाइन तक होने वाली 6,500 करोड़ रुपये की आय से दूर रखकर राज्य के साथ धोखा किया है।, जिससे राज्य के पास केवल कमाई के लिए बहुत कम आय बचती है।
नायडू ने चिट्ठी में कई मुद्दे उठाए
नायडू की पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी की कॉपी जो मीडिया को दी गई है उसमें उन्होंने राज्य का विशेष दर्जा देने का मुद्दा, पोलावरम प्रोजेक्ट के लिए फंड, अमरावती शहर बसाने, राजस्व घाटे की कमी, विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा शहरों के लिए मेट्रो रेल और विधानसभा सीटों की बढ़ती संख्या जैसे मुद्दों को उठाया। क्या पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के किए वादों और पुर्नगठन एक्ट को लेकर किए अपने वादों को पूरा नहीं करने के बाद आपको आंध्र प्रदेश की यात्रा करने पर शर्म नहीं आएगी। सत्ता में उच्च पद पर बैठे होने की वजह से आपको इस पर स्पष्टीकरण देना होगा। मैं मांग करता हूं कि आप राज्य के पांच करोड़ लोगों को इस पर जवाब दें। वहीं पीएम मोदी के दौरे को लेकर उन्होंने टीडीपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें निर्देश दिए कि वो शुक्रवार को पूरे राज्य में उनका विरोध करें। उन्होंने कहा कि मैं भी विरोध के काली शर्ट पहनूंगा और हर किसी को काली शर्ट और काले झंडे के साथ पीएम मोदी का विरोध करना चाहिए।