Exit Poll 2019: आंध्र में फिर नायडू, लेकिन किंगमेकर का सपना तोड़ सकते हैं जगन रेड्डी
नई दिल्ली। रविवार को आए एग्जिट पोल के मुताबिक, आंध्र प्रदेश में चंद्र बाबू नायडू फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं, लेकिन केंद्र की राजनीति में उनका किंगमेकर बनने का सपना पूरा होता नहीं दिख रहा है। आधिकतर पोल के मुताबिक, केंद्र की राजनीति में चंद्रबाबू नायडू के प्रतिद्वंदी जगन मोहन रेड्डी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। NEWS 18-IPSOS के आंध्र प्रदेश एग्जिट पोल के नतीजों में वाईएसआर कांग्रेस (YSRCP) को 13-14, तेलगू देशम पार्टी को 10-12, भारतीय जनता पार्टी को 0-1 और कांग्रेस को शून्य सीटें मिल रही हैं। 25 लोकसभा सीटों वाले आंध्र प्रदेश का यह पहला चुनाव है। तेलंगाना के अलग होने से पहले आंध्र प्रदेश में 42 लोकसभा सीटें हुआ करती थीं।
कई सर्वे में जगन को बढ़त
वहीं रिपब्लिक-सी वोटर सर्वे के ने 14 लोकसभा सीटों के साथ टीडीपी के लिए जीत की भविष्यवाणी की गई है। वहीं वाईएसआर को 11 लोकसभा सीटें और एनडीए और यूपीए को शून्य सीटें दी हैं। जबकि इंडिया टुडे एक्सिस पोल ने टीडीपी लोकसभा को 4-6 और वाईएसआरसीपी तो 18-20 लोकसभा सीटें दी हैं। वहीं चाणक्य-न्यूज 24 पोल में टीडीपी के 17 लोकसभा सीटें जीतने की भविष्यवाणी की है जबकि वाईएसआर के खाते में 8 सीटें आने का अनुमान लगाया गया है।
राज्य में एक बार फिर वापसी कर सकते हैं नायडू
जहां तक विधानसभा चुनावों का सवाल है, तो दो एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि नायडू राज्य में पर्याप्त बहुमत पाकर एक बार फिर से सत्ता में वापसी करेंगे, जबकि एक ने वाईएसआरसीपी की बड़ी जीत की भविष्यवाणी की है। लगदपति राजा गोपाल पोल ने टीडीपी की 90-110 विधानसभा सीटों पर जीत का अनुमान लगाया है। वहीं वाईएसआरसीपी को 65-79 और अन्य के खाते में 1-5 सीटें जाने की संभावना है। आरजी फ्लैश सर्वे के मुताबिक, टीडीपी 90 -110 सीटें जीतेगी, वाईएसआरसीपी 65 से 79 के बीच, जबकि अन्य को 1-5 सीटें मिलेंगी।
एग्जिट पोल में बीजेपी की जीत पर योगेंद्र यादव ने कहा- कांग्रेस को खत्म होना चाहिए
इंडिया टुडे को जगन का राज्य में दी भारी बढ़त
वहीं इंडिया टुडे एक्सिस पोल के मुताबिक, विधानसभा चुनावों में टीडीपी 37-40 सीटों पर सिमटती दिख रही है। तो वहीं राज्य में वाईएसआरसीपी 130-135 सीटों पर जीत दर्ज सरकार बना सकती है। अन्य को इंडिया टुडे ने एक सीट दी है। अगर चंद्रबाबू नायडू सत्ता में लौटते हैं, तो यह एक उल्लेखनीय वापसी होगी क्योंकि उन्हें चुनाव में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 2014 में अपने विभाजन के बाद राज्य में पहली बार चुनाव हुआ। यही नहीं आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा ने मिलने पर टीडीपी ने एनडीए के साथ गठबंधन खत्म कर दिया था।
एक क्लिक में जानें अपने लोकसभा क्षेत्र के जुड़े नेता के बारे में सबकुछ