हाउस अरेस्ट होने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने सरकार और पुलिस को दी चेतावनी
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद उन्हें और उनके बेटे को उनके घर में ही नजरबंद कर दिया गया है। चंद्रबाबू नायडू, उनके बेटे नारा लोकेश सहित कई नेताओं को उनके घर में नजरबंद कर दिया गया जिससे कि वह प्रदर्शन में हिस्सा नहीं ले सके। पलनाडु इलाके में बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने पर भी रोक लगा दी गई है। सरकार की इस कार्रवाई के बाद नायडू ने कहा कि लोकतंत्र के लिए यह काला दिन है। उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई बर्बर है और इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है। यह सरकार मानवाधिकारों और मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है। मैं इस सरकार को चेतावनी देता हूं, मैं पुलिस को भी चेतावनी देता हूं, आप हमे गिरफ्तार करके हमे नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह रात 8 बजे तक धरने भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इसके अलावा कुछ और टीडीपी नेताओं देवीनेनी अविनाश, केसीनेनी नानी और भोमा अखिलप्रिय को भी नजरबंद किया गया है।
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चंद्रबाबू नायडू के अलावा पुलिस ने आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में टीडीपी के एमएलसी वाईवीबी राजेंद्र प्रसाद और पूर्व विधायक तांगीराला सोवम्य को भी उनके घर में नजरबंद किया हुआ है। आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री और टीडीपी नेता भूमा अखिला प्रिया को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं, पुलिस ने पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को मीडिया से मिलने की इजाजत नहीं दी है। गौरतलब है कि तेलुगु देशम पार्टी ने वाईएसआर कांग्रेस के ऊपर राजनीतिक हिंसा का आरोप लगाते हुए बुधवार को आत्मकुर में एक बड़ी रैली बुलाई थी। इस रैली को 'चलो आत्मकुर' नाम दिया गया था।