आडवाणी के करीबी पूर्व सांसद चंदन मित्रा ने भाजपा छोड़ी, टीएमसी में जाने की अटकलें
टीएमसी में जाने की अटकलें
कोलकाता। सीनियर पत्रकार और दो बार राज्यसभा सांसद रहे चंदन मित्रा ने भारतीय जनता पार्टी छोड़ दी है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि वो तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। हालांकि मित्रा ने साफ किया है कि उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दिया है लेकिन कहीं जाने को लेकर फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा कि कहां जाना इसको लेकर कुछ तय नहीं किया है। मंगलवार को मित्रा ने अपना इस्तीफा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को भेज दिया है।
चंदन के इस्तीफे के बाद लगातार कहा जा रहा है कि 21 जुलाई को वो टीएमसी मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो सकते हैं। पश्चिम बंगाल के भाजपा और तृणमूल नेताओं ने भी इस पर खुलकर कुछ नहीं कहा है। लालकृष्ण आडवाणी के करीबी रहे चंदन मित्रा दो बार (2003-2009 फिर 2010-2016) राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं। काफी समय से भाजपा में अपनी स्थिति को लेकर खुश नहीं थे। माना जा रहा है कि भाजपा का नेतृत्व पूरी तरह से मोदी और शाह के पास जाने के बाद से बाद वो असहज थे और मोदी शाह की जोड़ी के साथ उनका तालमेल नहीं बैठ पा रहा था।
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हाल ही में यूपी के कैराना लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद चंदन मित्रा ने भाजपा को किसानों की समस्याओं की ओर ध्यान ना देने वाली पार्टी कहा था और 2019 के लिए पार्टी की राह मुश्किल बताई थी।
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