उर्जित पटेल इस्तीफा दें देंगे तो भी आरबीआई पर 3.6 लाख करोड़ के लिए दबाव बनाता रहेगा केंद्र
उर्जित पटेल इस्तीफा भी दें देंगे तो भी 3.6 लाख करोड़ मांगेगा केंद्र
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से मांगे गए 3.6 लाख करोड़ रुपए को लेकर टकराव के चलते अगर आरबीआई गवर्नर इस्तीफी भी देते हैं तो भी केंद्र पैसा मांगना जारी रखेगा। सरकार के करीबी सूत्रों के मुताबिक, सरकार की ओर से पैसा दिए जाने को लेकर आरबीआई पर प्रेशर बनाया जाना जारी रहेगा, भले ही उर्जित पटेल इस्तीफा देने की भी बात कह दें। केंद्र सरकार रिजर्व बैंक के पास पड़ी रिजर्व मुद्रा का लगभग एक-तिहाई हिस्सा लेना चाहती है। सरकार की मांग है कि आरबीआई उसे कि उसे 3.6 लाख करोड़ रुपए दे। वहीं आरबीआई ने इससे इनकार कर दिया है। जिसके बाद केंद्र और आरबीआई के बीच तनाव की स्थिति है।
आरबीआई और केन्द्र सरकार के बीच इसको लेकर खींचतान जारी है। कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार 19 नवंबर को होने आरबीआई बोर्ड बैठक में अपना अहम एजेंडा सामने करते हुए बोर्ड में रिजर्व बैंक गवर्नर की भूमिका को कम करने का काम कर सकती है, वहीं आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की इस्तीफे के भी कयास लगाए जा रहे हैं।
केंद्र सरकार रिजर्व बैंक के पास पड़ी इस रिजर्व मुद्रा 9.59 लाख करोड़ में से 3.6 लाख करोड़ रुपए लेना चाहती है। केंद्र सरकार का रुख है कि इतनी बड़ी मात्रा में रिजर्व मुद्रा रखना रिजर्व बैंक की संकुचित धारणा है और इसे बदलने की जरूरत है। सरकार इस मुद्रा का संचार कर्ज और अन्य विकास कार्यों पर खर्च के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहती है।
वित्त मंत्रालय की ओर से दिए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि इस रकम की देखरेख केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक मिलकर कर सकते हैं। वहीं, केन्द्र सरकार की इस मांग पर रिजर्व बैंक अपने रिजर्व खजाने से पैसे देने के का विरोध कर रहा है। उसका मानना है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो सकता है।
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