केन्द्र ने SC को बताया 10 राज्यों में कोरोना के लगभग 77 फीसदी एक्टिव केस, जानें कौन से हैं वो प्रदेश
केन्द्र ने SC को बताया 10 राज्यों में कोरोना के लगभग 77 फीसदी सक्रिय केस है, जानें कौन से हैं वो
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे है और दिन प्रतिदिन स्थिति भयावह होती जा रही है। महज नवंबर महीने में कोरोना से 2,000 लोगों की कोविड 19 के चलते मौत हो चुकी है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना की स्थिति पर चिंता जताते हुए जमकर फटकार लगाई। वहीं केन्द्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के दिए हलफनामें में बताया कि 10 राज्यों में कोरोना के लगभग 77 फीसदी सक्रिय केस है और कुल सक्रिय मामलों में से 33 फीसदी महाराष्ट्र और केरल के हैं। इसके अलावा केंद्र ने सर्वोच्च न्यायालय में दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामालों के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार बताया।
कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकारों द्वारा समुचित प्रयास नहीं किए जाने के कारण बद से बदतर स्थिति हो चुकी है। जिस पर केन्द्र ने कहा कि कोरोना के हालात पर सरकार की बराबर नजर है और इसे नियंत्रित करने के लिए लगातार गाइडलाइंस भी जारी कर रही है, लेकिन राज्यों की तरफ से इन गाइडलाइंस का ठीक से पालन नहीं किए जाने की वजह से स्थिति यहां पहुंच गई।
इनमें 33 फीसदी महाराष्ट्र और केरल के हैं
केन्द्र ने हलफनामे में बताया कि कोविड-19 के लगभग 77 फीसदी सक्रिय मामले हैं जबकि कुल सक्रिय मामलों में से 33 फीसदी महाराष्ट्र और केरल के हैं। केंद्र ने कहा अधिकांश देशों में कोरोना के केस दोबारा तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन भारत की घनी आबादी को देखते हुए देश ने संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने में सराहनीय कार्य किया है।
कोरोना से रिकवर होने की दर 93.76 प्रतिशत हो गई है
केंद्र ने कहा कि 24 नवंबर तक भारत में कोविड-19 के 92 लाख मामले थें, जिसमें 4.4 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं। जो वर्तमान संचयी मामलों का केवल 4.75 प्रतिशत है। केन्द्र ने बताया हमारी वसूली दर यानी कोरोना से रिकवर होने की दर 93.76 प्रतिशत हो गई है, जिसमें लगभग 8.6 मिलियन की वसूली हुई है। पिछले 8 हफ्तों से प्रति दिन औसत मामलों में 50 प्रतिशत की कमी आई है।
केवल 2 दो राज्यों में 50,000 से अधिक मामले हैं
वर्तमान में, केवल 2 दो राज्यों में 50,000 से अधिक मामले हैं और वे समग्र सक्रिय मामलों में लगभग 33 प्रतिशत का योगदान हैं। भारत की स्वस्थ दर 93.76 फीसदी हो गई है और करीब 86 लाख लोग महामारी से उबर चुके हैं। पिछले 8 हफ्तों में प्रतिदिन के औसतन मामलों में 50 फीसदी की कमी आई है। वर्तमान में केवल दो राज्यों में 50 हजार से अधिक मामले हैं और वे पूरे सक्रिय मामलों का करीब 33 फीसदी हैं।गृह मंत्रालय ने अपने हलफनामे में कहा। इसमें कहा गया है कि भारत का केस फेटिलिटी रेट (सीएफआर) 1.46 प्रतिशत कम है, जबकि वैश्विक औसत 2.36 प्रतिशत की तुलना में और 0.13 मिलियन की कुल मृत्यु संख्या के बराबर है।
जानें कौन से हैं वो प्रदेश
केंद्र ने कहा कि सरकार सीएफआर को एक प्रतिशत से कम पर लाने के प्रयास जारी रखेगी और सकारात्मकता दर को कम करने के प्रयासों में तेजी लाएगी, जो वर्तमान में 6.9 प्रतिशत है। 10 राज्य देश के लिए लगभग 77% सक्रिय केस लोड में योगदान करते हैं। केन्द्र ने बताया वो राज्य हैं - महाराष्ट्र (18.9%), केरल (14.7%), दिल्ली (8.5%), पश्चिम बंगाल (5.7%), कर्नाटक (5.6%), उत्तर प्रदेश (5.4%), राजस्थान (5.5%), छत्तीसगढ़ (5.0) %), हरियाणा (4.7%) और आंध्र प्रदेश (3.1%)।
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