जम्मू कश्मीर: पत्थरबाजों से बाज आने के लिए सेना को मिलेगा बॉडी प्रोटेक्टर्स, जानिए इसकी खासियत
नई दिल्ली। कश्मीरी पत्थरबाजों और आतंकियों का सामना आने के लिए इंडियन आर्मी को बॉडी प्रोटेक्टर्स मिलने जा रहे हैं। जम्मू कश्मीर में सैनिकों को फुल बॉडी प्रोटेक्टर्स देने के लिए रक्षा मंत्रालय योजना बना रही है। इन फुल बॉडी प्रोटेक्शन का मुख्य उद्देश्य घाटी में हिंसक विरोध या संघर्ष के दौरान इन सुरक्षा बलों की रक्षा करना है। मंत्रालय चाहता है कि पेट्रोल, डीजल या केरोसिन जैसे रसायनों का प्रतिरोध करने में और कम से कम पांच घंटे तक गंभीर तापमान का सामना करने में सक्षम हो।
जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों की वजह से हजारों की संख्या में सेना के जवान घायल हुए हैं। शनिवार को भी जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में ईद के नमाज के बाद सेना पर भारी पत्थरबाजी हुई थी। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि बॉडी प्रोटेक्टर्स शरीर के छाती के लिए प्रोटेक्टर्स, कंधे के पैड, ऊपरी भुजा गार्ड, कोहनी और अग्रदूत गार्ड, ग्रोइन और शिन गार्ड होंगे। इस पूरे प्रोटेक्टर्स का वजन 6 किग्रा है।
अधिकारी ने यह भी कहा कि प्रोटेस्ट के दौरान ईंटों / कंक्रीट, एसिड बल्ब, साइकिल की चैन आदि सैनिकों पर दंगाई लोगों द्वारा फेंके जाते हैं। ऐसी घटनाओं के दौरान ज्यादातर सुरक्षा कर्मियों को चेहरे, गर्दन या पैरों में मारा जाता है।
अमरनाथ यात्रा को देखते हुए सरकार सुरक्षा को लेकर कोई भी समझौता नहीं करना चाहती है। इसी माह 28 जून को अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। इसी को देखते हुए अतिरिक्त फोर्स को लगाया जाने की योजना है। वहीं, खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट की मानें तो सीमा पार से करीब 450 आतंकी घुसपैठ की फिराक में बैठे हैं।
उधर केंद्र सरकार ने भी रमजान के बाद घाटी में सीजफायर को खत्म कर दिया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि सेना आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करें। बता दें कि घाटी में आतंकियों का सफाया करने के लिए सेना का फिर से ऑपरेशन शुरू होगा।