दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक्शन में केंद्र सरकार, हर रोज होंगे 1-1.12 लाख टेस्ट, तैनात होंगी 7-8 हजार टीमें
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब धीरे-धीरे कम हो रही है। स्वास्थ मंत्रालय की ओर से आज की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया है कि देश के 10 राज्यों में कोरोना के 76.7 फीसदी सक्रिय मामले हैं। ये मामले आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि पिछले 45 दिनों में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या कोरोना से संक्रमित होने वाले लोगों से ज्यादा है। इसके साथ ही पिछले 45 दिनों में कोरोना से संक्रमित सक्रिय मरीजों की संख्या में कमी आई है।
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दिल्ली में बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ सचिव ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली में संक्रमण को रोकने के लिए आपात कदम उठाए गए हैं। दिल्ली में आईसीयू में बिस्तरों की संख्या को बढ़ाया गया है, टेस्टिंग की दर को भी बढ़ाया गया है। हर रोज 1 से 1.2 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट हो रहा है। संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों को जबरन क्वारेंटीन किया जा रहा है, कंटेनमेंट जोन में एसओपी का पालन करने के लिए लोगों को बाध्य किया जा रहा है। स्वास्थ सचिव ने कहा कि कोरोना काल में हमे सही व्यवहार करने की जरूरत है, लोगों को अगर किसी भी तरह के लक्षण लगे तो उन्हें जरूर टेस्ट कराना चाहिए, उन्हें टेस्ट कराने से हिचकना नहीं चाहिए।
स्वास्थ सचिव ने कहा कि दिल्ली में केंटेनमेंट इलाकों पर नजर रखने के लिए 4000 अतिरिक्त लोगों को तैनात किया जाएगा, सरकार ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को लागू किया है, इसका पालन कराने के लिए अतिरिक्त लोगों की तैनाती की जाएगी। जून माह के बाद दिल्ली में औसत टेस्ट की रफ्तार में वृद्धि हुई है। अगस्त के बीच में कोरोना संक्रमितों की संख्या में कमी आई थी, अक्टूबर माह में संक्रमण के मामले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। पिछले 48 घंटों में संक्रमितों की संख्या कम है, लेकिन अभी हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकते हैं।
नीति आयोग के वीके पॉल ने कहाकि दिल्ली में मौजूदा समय में 3500 बेड उपलब्ध हैं, अगले कुछ दिनों में आईसीयू में बेड की संख्या को बढ़ाकर 6000 कर दिया जाएगा। कंटेनमेंट जोन में लोगों के घर-घर जाकर सर्वे किया जाएगा। यह अन्य खतरे वाले जोन में भी किया जाएगा। इसके लिए 7000-8000 टीमें तैनात की जाएंगी।
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