सेंट्रल रेलवे ने दी छूट, पेशाब घर के इस्तेमाल करने पर अब नहीं लगेगा 1 रुपया
नई दिल्ली। सेंट्रल रेलवे ने अब अपने स्टेशनों पर यात्रियों से पेशाब घर के इस्तेमाल के लिए एक भी रुपये चार्ज नहीं करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही सेंट्रल रेलवे ने 2016 से चली आ रही उस व्यवस्था को खत्म करने को फैसला लिया है जिसके तहत सेंट्रल रेलवे के स्टेशनों पर यात्रियों से पेशाब घर के इस्तेमाल के लिए 1 रुपये चार्ज किया जाता था।
इसलिए पैसे वसूलते थे ठेकेदार
सेंट्रल रेलवे में डिविजन रेलवे मैनेजर, एसके जैन ने बताया, 'हमने ज्यादातक स्टेशनों पर यात्रियों से पेशाब घर के इस्तेमाल के लिए 1 रुपया लेना बंद कर दिया है।' सेंट्रेल रेलवे के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से कसरा/पनवेल रूट कुल 117 टॉयलेट हैं जिनमें पेशाबघर है। सूत्रों के मुताबिक इसमें से सिर्फ 36 पेशाबघर ही अभी तक ऐसे हैं जिन्हें ठेकेदार ने बनाए हैं और यहां यात्रियों से 1 रुपये लेकर उनकी देखरेख की जा रही है। एसके जैन ने बनाया कि जल्द ही इन जगहों से भी पैसे वसूलने बंद कर दिए जाएंगे।
लंबे समय से विरोध कर रहे थे यात्री
सेंट्रल रेलवे के इस फैसले का यात्री लंबे समय से विरोध कर रहे थे। तेजस्वनी महिला प्रवासी संगठन की अध्यक्षा, लता अर्गेड ने बताया, 'लोग रेलवे से पैसे देकर टिकट खरीदते हैं ताकि रेलवे इन पैसों से देखरेख कर सके और यात्रियों के लिए बने पेशाबघर का रखरखाव कर सके। कई बार ये देखा गया है कि ठेकेदार यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उसे ज्यादा पैसे चार्ज करते हैं।'
लोकल ट्रेनों में भी टॉयलेट की मांग
इस बीच शिवसेना सांसद, अरविंद सावंत ने 15 फरवरी को सेंट्रल रेलवे के साथ हुई बैठक में लोकल ट्रेनों की महिला बोगी में टॉयेलट लगवाए जाने की मांग की है। सावंत का कहना है कि लोकल ट्रेनों की बोगी में टॉयलेट न होने से महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।