पर्यावरण मंत्री जावेड़कर ने कहा दिल्ली की Air quality अभी भी बहुत खराब है, biomass जलाने के खिलाफ कार्रवाई करने के दिए निर्देश
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड Air quality की बदतर हालत के लिए दिल्ली सरकार को भेजा नोटिस, इनके खिलाफ कार्रवाई करने का दिया निर्देश
नई दिल्ली। देश की राजाधानी दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर है। वहीं जाड़ा शुरू होते ही हर बार की तरह दिल्ली की हवा एक बार फिर जहरीली हो चुकी है। दिल्ली की आम आदमी की सरकार के कई प्रयासों के बाद भी दिल्ली में लोगों का सांस लेना अभी भी दूभर हो रहा है। वहीं अब केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है।
शुक्रवार को पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली में वायु की गुणवत्ता अभी भी बहुत खराब श्रेणी में है, भले ही वहां पराली जलना बंद हो गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया, बायोमास जलने और धूल जैसे प्रदूषण के कारणों पर कार्रवाई करने के लिए आदेश दिया है।
गौरतलब है कि दिल्ली में अक्टूबर माह से ही प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अनुसार दिसंबर माह में दिल्ली की हवा प्रदूषण के चलते और भी जहरीली हो जाएगी। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में दिल्ली की एयर क्वालिटी और खराब होने की बात कही और चेतावनी दी है।
मौसम विभाग ने दी है ये चेतावनी
मौसम वैज्ञानियों ने अनुमान लगाया है कि कि दिल्ली-एनसीआर में एयर क्ववालिटी - (Air Quality In Delhi-NCR) और भी खराब होने वाली है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 4 दिसंबर से 7 दिसंबर मौसम और भी खराब होगा। आंकड़ों पर गौर करें तो दिल्ली में पिछले नौ दिन खराब एयर क्वॉलिटी रिकॉर्ड की गई। मंगलवार को शहर में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 367 था। सोमवार को यह 318 था जबकि रविवार को यह 268 था।
जानें
एक्यूआई
का
स्तर
बढ़ने
के
मायने
मालूम
हो
कि
शून्य
से
50
के
बीच
एक्यूआई
अच्छा
माना
जाता
है
वहीं
51
और
100
के
बीच
एक्यूआई
'संतोषजनक
बताया
गया
है
और
101
और
200
के
बीच
एक्यूआई
'सामान्य',
201
और
300
के
बीच
एक्यूआई
'खराब
माना
जाता
है
और
301
से
400
के
बीच
एक्यूआई
बहुत
ही
खराब'
और
401
से
500
के
बीच
एक्यूआई
'गंभीर'
की
श्रेणी
में
माना
गया
है।
दिसंबर की शुरूआत में ही बहुत खराब श्रेणी में पहुंच चुका है प्रदूषण का स्तर
दिसंबर माह की शुरूआत में ही एक्यूआई 367 पर पहुंच चुका है यानी कि बहुत ही खराब श्रेणी में पहुंच चुका है। यहीं कारण है कि केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने दिल्ली सरकार को नोटिस भेजकर बॉयोमास जलाने और धूल जैसे प्रदूषण उतपन्न करने वाले कारकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है।