राहुल गांधी के "बांग्लादेश सेट टू ओवरटेक" तंज पर केंद्र ने किया पलटवार, दिखाया आईना
नई दिल्ली। आईएमएफ की एक रिपोर्ट में भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी बांग्लादेश से नीचे जाने के लिए तैयार अनुमान पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के 'बांग्लादेश सेट टू ओवरेटक' तंज पर सरकार के सूत्रों ने पलटवार करते हुए जवाब दिया है। दावा करते हुए कहा गया है कि क्रय शक्ति समानता के मामले में देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी 2019 में बांग्लादेश की तुलना में वास्तव में 11 गुना अधिक है।
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सूत्रों ने दावा किया है प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद पीपीपी (क्रय शक्ति समता) में अंतर,जो प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद को मापने का एक तरीका है, वह राष्ट्रों के बीच अंतर के लिए लेखांकन द्वारा प्राप्त किया जाता है, उसे भारत की जनसंख्या बांग्लादेश की तुलना में आठ गुना अधिक होने के बावजूद हासिल की गई थी।
सूत्रों के मुताबिक भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी (पीपीपी) 2020 में आईएमएफ ने 6,284 डॉलर बताई थी, जबकि तुलनात्मक रूप से 2020 के लिए बांग्लादेश के प्रति व्यक्ति जीडीपी (पीपीपी) $ 5,139 का अनुमान लगाया गया था। सूत्रों ने यह भी बताया कि उसी आईएमएफ रिपोर्ट में 2021 में भारत की जीडीपी का अनुमान 8.8 फीसदी था, जबकि बांग्लादेश का 4.4 फीसदी था।
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वहीं, प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद के विषय पर सूत्रों ने कहा कि "यह नोट करना महत्वपूर्ण था कि मोदी सरकार के कार्यकाल में 2014/15 में यह 83,091 से बढ़कर 2018/20 में 1.08 लाख हो गया, जो कि 30.7 फीसदी की वृद्धि है। सूत्रों ने कहा कि यूपीए 2 (कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का दूसरा कार्यकाल) में इसमें 19.8 फीसदी की वृद्धि हुई है। यूपीए पार्ट 2 में वर्ष 2009/10 में यह 65,394 से बढ़कर 2013/14 में, 78.348 तक हुई थी।
इमरान
खान
के
एनएसए
के
दावे
को
भारत
ने
बताया
काल्पनिक,
जानिए
क्या
है
मामला?
गौरतलब है आईएमएफ की एक रिपोर्ट में मंगलवार को कहा गया था कि भारत की जीडीपी बांग्लादेश के नीचे गिरने के लिए तैयार है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल बड़े पैमाने पर 10.3 फीसदी तक गिर सकती है। IMF का यह पूर्वानुमान जून में की गई उसकी पिछली भविष्यवाणी से अधिक भारी गिरावट का प्रतिनिधित्व करता है। आईएमएफ के पूर्वानुमान का आधार बनाकर राहुल गांधी ने बुधवार सुबह केंद्र सरकार पर हमलावर हुए थे। (विशेष रूप से कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बाद उत्पादन और विकास में संकुचन को लेकर आलोचना)।
लद्दाख
गतिरोध:
चीन
ने
7वें
दौर
के
कमांडर-स्तरीय
वार्ता
को
सकारात्मक
और
रचनात्मक
बताया
अपने ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा कि यह बीजेपी के नफरत भरे सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की 6 साल की ठोस उपलब्धि है। आईएमएफ-वर्ल्ड बैंक से डेटा स्क्रीनशॉट अटैच करते हुए उन्होंने लिखा, बांग्लादेश सेट टू ओवरटेक इंडिया। आईएमएफ की रिपोर्ट से निकाला गया स्क्रीनशॉट भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी (डॉलर के संदर्भ में) 31 मार्च, 2021 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में $ 1,877 पर गिरने के लिए निर्धारित की गई है। तुलनात्मक रूप से कहा गया है कि इसी अवधि में बांग्लादेश की जीडीपी $ 1,888 तक बढ़ने जा रही है।
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हालांकि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत की जीडीपी में 2021 में प्रभावी 8.8 फीसदी की विकास दर के साथ वापस उछाल की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की अनुमानित विकास दर 8.2 फीसदी से अधिक है, जो तेजी से बढ़ती उभरती अर्थव्यवस्था की स्थिति को फिर से हासिल करती हुई दिख रही है। यह रिपोर्ट तब आया है जब भारत की जीडीपी में इस साल अप्रैल-जून की तिमाही में 23.9 फीसदी का भारी संकुचन दर्ज किया गया है , जो वर्ष 1996 के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सबसे खराब नकारात्मक ग्रोथ है।
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