Census 2021: देश में ओबीसी वर्ग के कितने लोग, जनगणना में ये आंकड़े भी इकट्ठा करने पर सरकार कर रही विचार
नई दिल्ली। देश की जनगणना की शुरुआत अगले वर्ष 2021 में होनी है, ऐसे में सरकार इस बार की जनगणना में ओबीसी जाति के लोगों की भी जानकारी इकट्ठा करने की तैयारी कर रही है। ओबीसी वेलफेयर की संसदीय स्टैंडिंग कमेटी ने इस बाबत सुझाव दिया है कि जनगणना के दौरान एससी, एसटी की ही तरह कितने लोग ओबीसी यानि अन्य पिछड़ा वर्ग में आते हैं, इसकी भी गणना की जाए। कमेटी के इस सुझाव को सोशल जस्टिस एंड इंपावरमेंट मंत्रालय, गृह मंत्रालय और रजिस्ट्रार जनरल एंड सेंसस कमिशन ऑफ इंडिया को भेज दिया गया है।
इस संसदीय कमेटी के चेयरपर्सन गणेश सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा चल रही है और इस बाबत सुझाव 14 जुलाई की बैठक में सरकार के सामने रखा गया था। संसदीय कमेटी ने सरकार से सिफारिश की है कि जनगणना में ओबीसी लोगों की संख्या की भी जानकारी दर्ज की जाए, जिसपर सरकार को फैसला लेना है। जानकारी के अनुसार इस सिफारिश के बाद सामाजिक न्याय मंत्री थावर चंद गहलोत ने रजिस्ट्रार जनरल एंड सेंसस कमिश्नर विवेक जोशी को पत्र लिखा है। जिसमे कहा गया है कि पैनल ने इस बात की इच्छा जाहिर की है कि 2021 की जनगणना के दौरान ओबीसी की संख्या की भी जानकारी दर्ज की जाए।
राजस्थान सरकार ने भी गृहमंत्रालय को इस बाबत पत्र लिखा है कि आने वाली जनगणना में ओबीसी वर्ग के आंकड़ों को इकट्ठा करने के समुचित इंतजाम किए जाए। साथ ही महाराष्ट्र, बिहार, ओडिशा की सरकार ने भी ओबीसी वर्ग के लोगों की संख्या को जनगणना में शामिल करने की मांग की है। बता दें कि ओबीसी वर्ग के लोगों के आंकड़े जनगणना में इकट्ठा करने का मुद्दा काफी पुराना है। 31 अगस्त 2018 को गृह मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा था कि 2021 की जनगणना में पहली ओबीसी के आंकड़े इकट्ठा किए जाने की परिकल्पना की गई है। लेकिन बाद में यह फैसला बदल दिया गया था।