Vajpayee's Dream: वाजपेयी के देखे एक-एक सपनों को पूरा करने में लगे हैं PM मोदी
बंगलुरू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक और सपने को अमलीजामा पहनाने की घोषणा कर दी है। अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देश की तीनों सेनाओं के बीच तालमेल के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नामक एक नया पद सृजित करने का ऐलान किया।
प्रधानमंत्री मोदी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की जरूरत को समझाते हुए बताया कि इसका सृजन सुरक्षा के मोर्चे पर नई चुनौतियों से निपटने के लिए किया जा रहा है। चीन और पाकिस्तान के दोतरफा खतरे से निपटने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ पद सृजन करने का प्रस्ताव पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कायर्काल में लाया गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री वाजेपयी के प्रधानमंत्रित्व काल से लंबित प्रस्ताव अब जाकर पीएम मोदी के कार्यकाल में पूरा होने जा रही है। बताया जाता है कि सीडीएस पद सृजन प्रस्ताव पर राजनीतिक सहमति नहीं बनने के चलते यह ठंडे बस्ते में चली गई थी, लेकिन मोदी ने उनके पुण्यतिथि के एक दिन पहले उनके एक और सपने को पूरा करने का ऐलान करके अपने नेता को बड़ी श्रद्धांजलि दी है।
इससे पहले, पीएम मोदी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के वृहद सपने को सपने को साकार किया था जब संसद के दोनों सदनों में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 53 ए हटाने का प्रस्ताव ध्वनिमत से पास कराने में सफलता हासिल की थी। राष्ट्रपति की मुहर के बाद जम्मू-कश्मीर राज्य से विशेष राज्य का दर्जा छिन चुका है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले वर्ष 2014 में प्रचंड बहुमत के साथ केंद्र की सत्ता में बीजेपी को पहुंचाकर पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के सपनों का आकार दिया था और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को 44 सीट पर पहुंचाकर उनसे मुख्य विपक्षी दल का तमगा भी छीन लिया था।
गौरतलब है वर्ष 1999 में 13 महीनों की बाजपेयी सरकार महज 1 वोट से गिर गई थी और लगभग दो दशक पहले वाजपेयी ने संसद में सरकार गिरने के बाद जो कहा था वह सच साबित हो गया था। महज 1 वोटों से उनकी सरकार गिरने के बाद जब कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष मेजें थपथपाकर हंस रहा था तब संसद में वाजेपेयी ने अपने संबोधन से पूरे विपक्ष झकझोर दिया था।
संसद में दिए संबोधन में वाजेपेयी ने विपक्ष की ओर देखते हुए कहा था, 'आज आप हमारा उपहास उड़ा लें, लेकिन एक वक्त आएगा जब लोग आपका उपहास उड़ाएंगे, उस दिन पूरे देश में कमल खिलेगा। वाजेपीय के संसद में दिए गए दोनों कथन सत्य साबित हुए हैं। वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव परिणाम आया तो विपक्ष धराशाई हो चुका है। कांग्रेस महज 44 सिमट चुकी थी। यही नहीं, 17 राज्यों में कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई थी।
वर्ष 2014 में प्रंचड बहुमत से जीतकर मोदी सरकार ने वर्ष 2015 में पूर्व प्रधानमंत्री वाजेपयी के जन्मस्थान उत्तर प्रदेश में स्थित बटेश्वर गांव में बंद पड़ी रेलवे लाइन को दोबारा चलवाकर उनका सपना पूरा किया। यह रेलवे लाइन अग्रेजों के जमाने में महज 1 रुपए के लिए बंद हो गई थी।
वर्ष 1999 में एनडीए सरकार में बटेश्वर रेलवे लाइन का शिलान्यास किया गया था, लेकिन सरकार बदलने से काम आगे नहीं बढ़ सका था। इसके अलावा अटल बिहारी वाजपेयी ने ही एनडीए सरकार के दौरान दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे परियोजना का खाका खींचा था, जिसे पीएम मोदी ने पिछले वर्ष मई में उद्घाटन करके देश का समर्पित किया।
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