CDS बनने के बाद एक्शन में दिखे जनरल बिपिन रावत, दूसरी बार तीनों सेना प्रमुखों के साथ की बैठक
नई दिल्ली। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस का पदभार संभालने के बाद जनरल बिपिन रावत एक्शन के मूड में दिखाई दे रहे हैं। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने अपना पदभार संभालने के बाद गुरुवार को उन्होंने दूसरी बार तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि जनरल बिपिन रावत ने एयर डिफेंस कमांड बनाने का प्रस्ताव 30 जून, 2020 तक तैयार किए जाने का निर्देश दिया है। सीडीएस ने 30 जून और 31 दिसंबर, 2020 तक तालमेल के क्रियान्वयन के लिए प्राथमिकताएं भी तय की हैं।
सरकार
के
मिलिट्री
सलाहकार
बता
दें
कि
बतौर
फोर
स्टार
जनरल,
जनरल
रावत
सरकार
के
मिलिट्री
सलाहकार
होंगे।
जनरल
रावत
के
पास
डिर्पाटमेंट
ऑफ
मिलिट्री
अफेयर्स
होगा
और
वह
इसके
मुखिया
के
तौर
पर
काम
करेंगे।
वह
तीनों
सेनाओं
के
बीच
आपसी
सामंजस्य
को
बढ़ाएंगे
और
बेहतर
संसाधनों
की
दिशा
में
काम
करेंगे।
जिस
समय
जनरल
रावत
ने
सीडीएस
का
पदभार
संभाला
उस
समय
वायुसेना
प्रमुख
एयर
चीफ
मार्शल
आरकेएस
भदौरिया,
नौसेना
प्रमुख
एडमिरल
करमबीर
सिंह
और
दूसरे
सीनियर
ऑफिसर्स
मौजूद
थे।
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इनके
निर्देशों
पर
करते
हैं
काम
सीडीएस
की
जिम्मेदारी
संभालने
से
पहले
जनरल
बिपिन
रावत
वॉर
मेमोरियल
गए
और
शहीदों
को
श्रद्धांजलि
थी।
इसके
बाद
उन्हें
साउथ
ब्लॉक
में
तीनों
सेनाओं
की
तरफ
से
गार्ड
ऑफ
ऑनर
दिया
गया।
जनरल
रावत
ने
कहा
कि
सेना,
वायुसेना
और
नौसेना
हमेशा
देश
की
सेवा
में
मिलकर
काम
करती
रहेंगी।
इसके
अलावा
उन्होंने
उन
आरोपों
से
इनकार
कर
दिया
जिसमें
सेनाओं
को
एक
पार्टी
की
तरफ
झुका
हुआ
बताया
जा
रहा
था।
जनरल
रावत
ने
कहा,
हम
राजनीति
और
राजनीतिक
पार्टियों
से
दूर
रहते
हैं।
हमारे
लिए
सबसे
पहले
राष्ट्र
है
और
हमें
सत्ता
में
मौजूद
सरकार
के
निर्देशों
के
मुताबिक
ही
काम
करना
पड़ता
है।