Hathras: जिस अस्पताल में सबसे पहले पीड़िता हुई थी भर्ती, वहां की CCTV फुटेज डिलीट, CBI के लिए जानें क्यों था अहम
Hathras: जिस अस्पताल में सबसे पहले पीड़िता हुई थी भर्ती, वहां का CCTV फुटेज डिलीट, CBI के लिए जानें क्यों था अहम
हाथरस: Hathras news update: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिलें में हुए कथित तौर पर गैंगरेप और हत्या के मामले की जांच अब सीबीआई (CBI) कर रही है। सीबीआई जांच को लेकर आये दिन अहम खुलासे हो रहे हैं। इसी जांच के सिलसिले में सीबीआई की टीम जिला अस्पताल पहुंची, जहां उसे पीड़िता को घटना के बाद सबसे पहले ले जाया गया था। सीबीआई की टीम वहां डॉक्टरों से पूछताछ और सीसीटीवी (CCTV) फुटेज के लिए गई थी। चौंकाने वाली बात ये है कि सीबीआई को जिला अस्पताल से उस दिन की सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली।
CCTV फुटेज हुआ डिलीट
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, हाथरस में 14 सितंबर को 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ कथित तौर पर गैंगरेप और मारपीट हुई थी। इस केस की जांच के लिए जब सीबीआई की टीम जिला अस्पताल पहुंचती है। जहां वारदात के बाद सबसे पहले पीड़ितो इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। सीबीआई जब अस्पताल प्रशासन से 14 सितंबर 2020 (वारदात के दिन) के दिन का सीसीटीवी (CCTV) फुटेज मांगती है तो जवाब मिलता है कि वो फुटेज डिलीट हो गए हैं। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि उनके पास बैकअप नहीं है।
हर सात दिनों में पिछला फुटेज डिलीट हो जाता है: चिकित्सा अधीक्षक
जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. इंद्रवीर सिंह के मुताबिक, जिला प्रशासन और पुलिस ने उस समय फुटेज के लिए नहीं कहा था। अब एक महीने बाद सीसीटीवी फुटेज बैकअप में नहीं हैं और अब हमें इसे नहीं दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर अस्पताल प्रशासन को फुटेज रखने को कहा जाता तो वह रखवा लेते। हर सात दिनों में पिछला फुटेज डिलीट हो जाता है और नया फुटेज उसके ऊपर रेकॉर्ड हो जाता है।
CBI के लिए क्यों अहम था CCTV फुटेज
डॉक्टरों के बयान के अलावा CCTV फुटेज सीबीआई के लिए जरूरी था। सीबीआई ये पता लगाना चाहती थी कि पीड़िता को किस समय अस्पताल लाया गया, उसकी हालत कैसी थी, कब उसे बाहर लाया गया, पीड़िता से मिलने कौन-कौन आया, अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उससे कितने लोगों ने कब बात की। ये सारी बातें सीबीआई को सीसीटीवी फुटेज से पता चल सकती थी।