कॉफी किंग वीजी सिद्धार्थ की मौत के बहाने माल्या ने रोया अपना दुखड़ा, ट्वीट कर कही ये बात
नई दिल्ली। दो दिन से लापता कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ का शव नेत्रावती नदी में बुधवार सुबह मिल गया। वह सोमवार शाम करीब 6.30 बजे से लापता थे। वे अपने ड्राइवर के साथ टहलने के लिए कार से निकले थे। मैंगलोर में नेत्रावती नदी के ऊपर बने पुल पर वे उतर गए थे और अपने ड्राइवर को इंतजार करने को कहकर टहलने चले गए थे। सिद्धार्थ कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता एसएम कृष्णा के दामाद थे। बता दें कि वीजी सिद्धार्थ ने अपने एक पत्र में आयकर विभाग के अधिकारियों के उत्पीड़न को लेकर आरोप लगाया था।
वीजी सिद्धार्थ के मामले को लेकर विजय माल्या ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'मेरे और वीजी सिद्धार्थ के बीच में सीधेतौर पर तो नहीं अप्रत्यक्ष रूप से संबंध हैं। मैं उनके पत्र से परेशान हूं। बैंक और सरकारी एजेंसी किसी को भी परेशान कर सकती हैं। देखिए, उन्होंने मेरे साथ क्या किया, जबकि मैं पूरा पैसा देने को तैयार था।' माल्या यहीं नहीं रुके, इसके बाद उन्होंने लिखा, 'पश्चिमी देशों में सरकार और बैंक कर्ज चुकाने के लिए कर्ज लेने वालों की मदद करती है। मैंने हर एक कोशिश की कर्ज चुकाने की।' बता दें कि विजय माल्या अभी लंदन में रह रहे हैं। विजय माल्या भारतीय बैंकों के साथ 9,000 करोड़ रुपये के बकाए में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग करने के आरोप में वांछित हैं।
ये थी वीजी सिद्धार्थ की चिट्ठी
गायब होने से पहले वीजी सिद्धार्थ ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स और सीसीडी फैमिली को एक चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में उन्होंने कंपनी की माली हालत और अपने ऊपर कर्ज का जिक्र किया है। चिट्ठी में वीजी सिद्धार्थ ने अपनी नाकामी के बारे में लिखा- 'मैं सीसीडी को प्रॉफिटेबल बिजनेस मॉडल बनाने में नाकाम रहा।
हालांकि मैंने पूरी मदद की। मैंने इसे पूरी जिंदगी दी लेकिन मुझे माफ कर दीजिए। मैं आप सबकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। परेशानियों को खत्म करने के लिए मैं लंबे समय से जूझता रहा, मगर अब हिम्मत हार गया हूं। मुझमें और प्रेशर लेने की ताकत नहीं है। मुझपर दोस्तों का काफी कर्ज है। कुछ प्राइवेट इक्विटी पार्टनर्स भी मुझे अपनी शेयर बेचने का दबाव बना रहे हैं।'