Pradyuman murder case: CBSE ने कहा- स्कूल सावधानी बरतता तो प्रद्युम्न की नहीं होती मौत
सीबीएसई ने इस मामले में रायन इंटरनेशनल स्कूल को कारण बताओ नोटिस भेजते हुए कहा है कि स्कूल बुनियादी सुरक्षा उपायों का पालन करने में असफल रहा है ऐसे क्यों न उसकी मान्यता रद्द कर दी जाए?
नई दिल्ली। गुरुग्राम के रायन इंटरनेशन स्कूल में 7 साल के मासूम प्रद्युम्न की हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इस मामले में गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें सीबीएसई ने ये भी कहा है कि स्कूल अगर सावधानी बरतता तो बच्चे की मौत को टाला जा सकता था। सीबीएसई ने 15 दिन के भीतर स्कूल से नोटिस का जवाब देने को कहा है।
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सीबीएसई ने भेजा कारण बताओ नोटिस
8 सितंबर को गुरुग्राम के भोंडसी स्थित रायन इंटरनेशनल स्कूल के टॉयलेट में सात साल के बच्चे प्रद्युम्न की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में जांच के लिए सीबीएसई ने पिछले हफ्ते दो सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने घटना की जांच में रेयान इंटरनेशनल स्कूल को बड़ी लापरवाही का दोषी पाया है। कमेटी ने कहा है कि अगर स्कूल सावधानी बरतता तो प्रद्युम्न की मौत को टाला जा सकता था।
15 दिन में मांगा जवाब
सीबीएसई ने इस मामले में रायन इंटरनेशनल स्कूल को कारण बताओ नोटिस भेजते हुए कहा है कि स्कूल बुनियादी सुरक्षा उपायों का पालन करने में असफल रहा है ऐसे क्यों न उसकी मान्यता रद्द कर दी जाए? सीबीएसई की ओर से कहा गया कि अगर स्कूल प्रशासन अगर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करता, ढंग से जिम्मेदारी निभाता तो ऐसी घटना नहीं होती। स्कूल प्रशासन छात्रों की सुरक्षा को लेकर कतई गंभीर नजर नहीं आया।
रायन इंटरनेशनल स्कूल के टॉयलेट में हुई थी प्रद्युम्न की हत्या
प्रद्युम्न की हत्या के बाद सीबीएसई ने सभी संबद्ध स्कूलों के लिए सुरक्षा से जुड़े निर्देश जारी कर इनका सख्ती से पालन करने के आदेश भी दिए हैं। बोर्ड ने साफ कहा है कि सुरक्षा को लेकर गाइडलाइन ना मानने वाले स्कूलों की मान्यता रद्द की जाएगी। बोर्ड ने स्कूलों को बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। सीबीएसई ने स्कूलों को भेजी गाइडलाइन में कहा है कि परिसर में सीसीटीवी लगाएं और सुनिश्चित करें कि वो हमेशा चालू हालत में रहें। शिक्षक, सुरक्षाकर्मी, कर्मचारी, माली, बस ड्राइवर समेत सभी उन लोगों का वेरिफिकेशन कराएं, जो स्कूल में कार्यरत हैं। इसके साथ-साथ स्टाफ के मानसिक स्वास्थ्य की जांच कराई जाए।
सीबीएसई का मामले पर सख्त रुख
बता दें कि आठ सितंबर को गुरुग्राम के भोंडसी में नामी रायन इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के प्रद्युम्न की टॉयलेट में गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में स्कूल की एक बस के कंडक्टर को गिरफ्तार किया है। प्रद्युम्न के माता-पिता और स्कूल के दूसरे छात्रों के अभिभावकों ने स्कूल पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस बीच हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने प्रद्युम्न मर्डर केस सीबीआई के हवाले करने का ऐलान किया है। मामले में जो खुलासे हो रहे हैं, उनमें भी स्कूल की लापरवाही की बात सामने आई है, इस पूरे मामले पर सीबीएसई सख्त है।