सीबीएसई पेपर लीक मामला, दोबारा परीक्षा के विरोध में सुप्रीम कोर्ट पहुंचे छात्र
नई दिल्ली। सीबीएसई परीक्षा में पेपर लीक होने और दो विषयों की परीक्षा दोबारा कराए जाने के बोर्ड के फैसले पर छात्र सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। पहले से ही सड़कों पर उतरे छात्रों ने उच्चतम न्यायलय से सीबीएसई के दोबारा परीक्षा कराने के फैसले को रद्द करने की मांग की है। केरल के शहर कोचिन के छात्र रोहन मैथ्यू ने सुप्रीम कोर्ट में मामले को लेकर याचिका दायर की है।
मामले की जांच के लिए बने कमेटी
सीबीएसई के स्टूडेंट रोहन ने अपनी अर्जी में कहा है कि कोर्ट सीबीएसई के फैसले को रद्द करे और बोर्ड को हो चुकी परीक्षा के आधार पर रिजल्ट घोषित करने का आदेश करे। रोहन ने अपनी अर्जी में कहा है कि परीक्षा दोबारा होना छात्रों के साथ ज्यादती है। रोहन ने अपनी अर्जी में कहा है कि उच्च स्तरीय कमेटी बने, जो पेपर लीक मामले की जांच करे ताकि इसकी सच्चाई सामने आ सके।
सीबीएसई ने किया है दो विषयों की परीक्षा दोबारा कराने का एलान
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) परीक्षा में पर्चा लीक होने का मामला सामने आने के बाद 28 मार्च को बोर्ड ने सामने आने के बाद कक्षा 10 का गणित और 12वीं की इकोनॉमिक्स की परीक्षा फिर से आयोजित कराई जाएगी। सीबीएसई की ओर से बताया गया है कि इन दोनों विषयों की परीक्षा की नई तारीखों का ऐलान एक हफ्ते के भीतर कर दिया जाएगा। परीक्षा की तारीखों की जानकारी बोर्ड वेबसाइट पर जारी करेगा।
लगातार हो रहा बवाल
सीबीएसई पेपर लीक पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली में शुक्रवार को भी स्टूडेंट्स और अभिभावकों ने प्रदर्शन किया। छात्रों ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर के घर के बाहर भी मार्च निकाला है। दिल्ली पुलिस ने कुशक रोड स्थित प्रकाश जावडेकर के आवास के आसपास धारा 144 लगा दी है। इस मामले में गिरफ्तारियों का दौर भी जारी है। कई शहरों में इसको लेकर छापेमारी और गिरफ्तारियां हुई हैं। इस मामले पर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर भी लगातार अपना पक्ष रख रहे हैं, वहीं विपक्ष के नेता लगातार इस पर सवाल उठा रहे हैं।
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