सीबीआई की सतारा डीएम और एसपी को चिट्ठी, क्वारंटीन से ना छोड़े जाएं कारोबारी कपिल और धीरज वाधवान
सीबीआई ने कपिल और धीरज वाधवान को क्वारंटीन से ना छोड़ने को कहा
नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) सतारा (महाराष्ट्र) के डीएम और एसपी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि कारोबारी कपिल वाधवान और धीरज वाधवान को क्वारंटीन के बाद भी छोड़ा नहीं जाए। दोनों के खिलाफ सीबीआई अदालत ने धोखाधड़ी के मामले में गैर-जमानती वारंट जारी किया हुआ है। दीवान हाउसिंग फाईनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के प्रमोटर कपिल और धीरज वाधवान यस बैंक घोटाला मामले में आरोपित हैं।
दरअसल, यस बैंक घोटाले का आरोपी बाधवान परिवार महाराष्ट्र के सीनियर अधिकारी की ओर से बनाए पास पर मुंबई से बुधवार को महाबलेश्वर पहुंच गया था। मामला सामने आने के बाद कपिल और धीरज वाधवान सहित 23 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। सीबीआई ने सतारा डीएम और एसपी से इनको क्वारंटीन के बाद भी इन्हें हिरासत में रखने को कहा है। माना जा रहा है कि क्वारंटीन का समय पूरा होने के बाद सीबीआई इनको कस्टडी में ले सकती है। कपिल और धीरज बाधवान के खिलाफ सीबीआई लुकआउट नोटिस भी जारी किया था।
गृहविभाग के विशेष सचिव अमिताभ गुप्ता ने वाधवान परिवार को अपना पारिवारिक मित्र बताकर विशेष पास जारी किया था और महाबलेश्वर में इन सभी 23 लोगों का विशेष ख्याल रखे जाने का भी निर्देश दिया था। जिससे ये लोग लॉकडाउन में महाबलेश्वर पहुंचे। मामले को लेकर भाजपा ने सवाल खड़े किए हैं। देवेंद्र फडणवीस ने मामले पर कहा था कि राज्य में इस समय कोरोना की वजह से लॉकडाउन हैं। हर व्यक्ति लॉकडाउन का पालन कर रहा है लेकिन यस बैंक के आरोपितों को सरकार छूट दे रखी है।
विवाद के बाद महाराष्ट्र सरकार ने अमिताभ गुप्ता को छुट्टी पर भेज दिया है। महाराष्ट्र गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि गृह विभाग के विशेष सचिव अमिताभ गुप्ता को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है। साथ ही अमिताभ गुप्ता की विभागीय जांच का आदेश जारी कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कपिल और धीरज वाधवान पर कार्रवाई की है। ईडी ने वाधवान परिवार के वो 5 वाहन सीज कर दिए हैं, जिनसे वो लॉकडाउन के बीच महाबलेश्वर पहुंचे थे।
देश में अभी तक कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं, लेकिन सतर्क रहें: स्वास्थ्य मंत्रालय