CBI का आरोप, जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं पूर्व जज कद्दूसी
नई दिल्ली। ओडिशा हाईकोर्ट के जज एमआई कद्दूसी पर सोमवार को सीबीआई ने आरोप लगाया कि, पूर्व जज जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें कि कद्दूसी ने गोपनीय टेप की लीक होने पर अदालती जांच की मांग की थी। सीबीआई ने पूर्व जज पर आरोप लगाए थे कि, कद्दूसी ने केस डायरी के बारे में जानने की और केस को भटकाने की कोशिश की थी।
बता दें कि पिछले साल सीबीआई ने इस घोटाले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। जिनमें रिटायर्ड जस्टिस इशरत मसरूर कुद्दूसी के अलावा एक बिचौलिया बिश्वनाथ अग्रवाल, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के मालिक बी. पी. यादव और पलाश यादव के अलावा हवाला ऑपरेटर राम देव सारस्वत शामिल हैं। प्रसाद इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल कॉलेज उन 46 कॉलेजों में से एक था, जिन पर सरकार ने अगले 1 या 2 सालों के लिए मेडिकल स्टूडेंट्स को प्रवेश देने पर रोक लगाई थी। फिलहाल वह बेल पर जेल के बाहर हैं।
कद्दूसी के आवेदन पर सीबीआई ने कहा कि, वह जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें जिस आधार पर बेल दी गई थी उन नियमों का भी उल्लंघन कर रहे हैं। पूर्व जज ने 17 जनवरी को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज मनोज जैन से जांच की अपील की थी। पूर्व न्यायाधीश ने यह भी याचिका दायर की थी कि अदालत को मीडिया के द्वारा किए जा रहे ट्रायल को भी रोके। कोर्ट ने इस पर 22 जनवरी तक जांच एजेंसी की प्रतिक्रिया मांगी थी। जिसके जबाव में सीबीआई ने कहा था कि, ऐसे बहुत से स्रोत हैं जहां से मीडिया टेप ले सकती है।