ब्रिटिश कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के खिलाफ CBI ने दर्ज की FIR, फेसबुक से डेटा चोरी का आरोप
FIR on Cambridge Analytica: ब्रिटेन स्थित पॉलिटिकल कंसल्टिंग कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका पर डेटा चोरी का आरोप लगा था। जिसके बाद केंद्र सरकार भी एक्शन में आई और इसकी जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपी गई। अब सीबीआई ने कैंब्रिज एनालिटिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस मामले में ग्लोबल साइंस रिसर्च (GSRL) का भी नाम सामने आया था, जिसका भी जिक्र एफआईआर में किया गया है।
दरअसल तीन साल पहले 5.62 लाख भारतीय फेसबुक उपयोगकर्ताओं का निजी डेटा चोरी हुआ था। जिसका आरोप ब्रिटेन स्थित पॉलिटिकल कंसल्टिंग कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका पर लगा। जब मामले ने तूल पकड़ा था, तभी सरकार एक्शन में आ गई थी। उस दौरान केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद में एक बयान दिया था। साथ ही मामले की सीबीआई जांच की बात कही थी। अब इसी मामले में सीबीआई ने केस दर्ज किया है।
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कैसे
पता
चला
मामला?
दरअसल
मार्च
2018
में
कई
अंतरराष्ट्रीय
मीडिया
हाउस
ने
कैम्ब्रिज
एनालिटिका
के
पूर्व
कर्मचारियों
और
अन्य
दस्तावेजों
के
हवाले
से
बताया
कि
फर्म
ने
बिना
इजाजत
50
मिलियन
से
ज्यादा
फेसबुक
यूजर्स
की
निजी
जानकारी
चुराई।
जिसमें
5.62
लाख
भारतीय
यूजर्स
भी
शामिल
थे।
आरोप
है
कि
GSRL
ने
कैम्ब्रिज
एनालिटिका
को
बेच
दिया।
इसके
बाद
इस
डेटा
का
इस्तेमाल
कुछ
राजनीतिक
पार्टियों
ने
चुनाव
को
प्रभावित
करने
के
लिए
किया।
बीजेपी
कांग्रेस
पर
और
कांग्रेस
बीजेपी
पर
चोरी
के
डेटा
का
इस्तेमाल
करने
का
आरोप
लगा
चुकी
है।
इसी
वजह
से
इस
मामले
की
उच्चस्तरीय
जांच
की
मांग
हो
रही
थी।
अब
जांच
के
दौरान
सीबीआई
ये
भी
पता
लगाएगी
कि
किन-किन
भारतीय
कंपनियों
ने
आरोपी
फर्म
से
डेटा
खरीदा
था।
साथ
ही
किन
मामलों
में
उनका
इस्तेमाल
किया
गया।
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