सुप्रीम कोर्ट की वकील इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर के घर सीबीआई ने की छापेमारी
नई दिल्ली। देश के दो बड़े वकील इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर के घर पर गुरुवार सुबह सीबीआई की टीम ने छापेमारी की है। ये छापेमारी विदेशी चंदा नियमन अधिनियम के उल्लंघन मामले में की गई है। उनके फाउंडेशन 'लॉयर्स कलेक्टिव' पर विदेशी चंदा नियमन अधिनियम के उल्लंघन का आरोप है। सीबीआई ने दिल्ली और मुंबई में लॉयर्स कलेक्टिव के दफ्तर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की है।
विदेशी फंड के मामले में की जा रही कार्रवाई
इस मामले में दायर एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मई में इंदिरा जयसिंह, आनंद ग्रोवर और उनके एनजीओ लॉयर्स कलेक्टिव को नोटिस जारी किया था। इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर के घर और दफ्तरों पर सीबीआई की छापेमारी जारी है। सीबीआई ने दोनों वकीलों के खिलाफ विदेशी चंदा विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) के उल्लंघन का मामला दर्ज किया था। जांच एजेंसी ने इनपर विदेशी फंड का दुरुपयोग करने और भारत के बाहर धन खर्च करने का आरोप लगाया है।
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सुप्रीम कोर्ट ने भी दिया था नोटिस
जबकि इस मामले में गृह मंत्रालय का आरोप था कि विदेश से फंड जमा किया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल HIV/AIDS बिल की मीडिया में वकालत करने के लिए किया गया। इसके पीछे इन्हीं के फाउंडेशन लॉयर्स कलेक्टिव का नाम सामने आया था। इस छापेमारी को लेकर अभी तक दोनों वकीलों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन इस छापेमारी पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की प्रतिक्रिया आई है। अरविंद केजरीवाल ने छापेमारी की आलोचना करते हुए ट्वीट किया है, 'कानून को अपना काम करने देना चाहिए, लेकिन जो लोग कानून की हिफाजत में अपना जीवन खपा रहे हैं उन्हें इस तरह परेशान नहीं किया जाना चाहिए।'
गृह मंत्रालय ने भी दर्ज कराई थी शिकायत
पूरा मामला उस वक्त का है जब इंदिरा जयसिंह साल 2009 से 2014 के बीच एडिशनल सॉलिसिटर जनरल थीं। साथ ही ये भी कहा गया था कि उनकी विदेश यात्रा पर खर्च गृह मंत्रालय की मंजूरी के बिना उनके एनजीओ के फंड से किया गया था। इस मामले में गृह मंत्रालय की तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई थी। वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत कर चुके हैं।