उन्नाव गैंगरेप केस में BJP विधायक के खिलाफ सीबीआई की जांच जारी
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उन्नाव। उन्नाव रेप केस में फंसे बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर लगे रेप के आरोपों की सीबीआई जांच कर रही है। इससे पहले खबर आई थी कि सीबीआई ने सेंगर के खिलाफ रेप के आरोपों की पुष्टि की है। लेकिन इस पर सीबीआई ने कहा है कि अभी मामले की जांच चल रही है। एजेंसी की ओर से रेप के आरोपों की पुष्टि नहीं की गई है। आपको बता दें कि पीड़िता ने आरोप लगाए थे कि पिछले साल 4 जून को बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था, जबकि उस दौरान उनकी महिला सहयोगी शशि सिंह कमरे के बाहर पहरा दे रही थी।
युवती अपने आरोपों पर रही कायम
टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, 4 जून 2017 को बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह ने पीड़िता के साथ रेप किया था और 11 जून को पीड़िता को तीन युवकों ने अगवा किया और कार में गैंगरेप किया। सीबीआई का कहना है कि फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट और घटनाक्रम को फिर से क्रिएट किया गया। सीबीआई ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत कोर्ट के समक्ष पीड़िता का बयान दर्ज किया जिसमें वह अपने आरोपों पर कायम रही।
पुलिस ने केस में बरती लापरवाही
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने लड़की की मेडिकल जांच में जानबूझकर देरी की थी। जिसके चलते लड़की के वजाइनल स्वैब और कपड़ों को फरेंसिक लैब नहीं भेजा जा सका। उन्होंने कहा, ' स्थानीय पुलिस ने यह सबकुछ जानबूझकर और आरोपियों की मिलीभगत से किया गया।' सीबीआई का ये भी कहना है कि स्थानीय पुलिस ने इस केस में लापरवाही बरती और पिछले साल 20 जून के दर्ज किए गए केस में आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर और कुछ अन्य लोगों का नाम बाहर रखा। साथ ही, चार्जशीट दाखिल करने में भी देरी की गई थी।
चलती गाड़ी में नौ दिनों तक हुआ रेप
सीबीआई को दिए बयान में पीड़ित लड़की ने बताया, 'शशि सिंह उसे द्वारा नौकरी का झांसा देकर विधायक के घर ले गई थी, जिसके बाद विधायक ने 4 जून को लड़की के साथ रेप किया था। इसके बाद लड़की को चुप रहने की धमकी दी गई। इसके बाद 11 जून को युवती का विधायक के सहयोगी लोगों शुभम सिंह, अवध नारायण और ब्रिजेश यादव ने अपहरण कर लिया। 11 से 19 जून युवती को चलती एक एसयूवी में डालकर गैंगरेप करते रहे।