ट्रेनर एयरक्राफ्ट खरीद के सिलसिले में CBI ने रॉबर्ट वाड्रा के करीबी संजय भंडारी पर दर्ज किया केस
नई दिल्ली। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (सीबीआई) ने भगोड़े हथियार व्यापारी संजय भंडारी के दिल्ली स्थित घर और ऑफिसेज पर शनिवार को छापेमारी की है। सीबीआई ने उनके ऑफिस से कुछ अहम डॉक्यूमेंट्स भी जब्त किए। फिलहाल छापेमारी जारी है। सीबीआई की छापेमारी जारी है। सीबीआई ने इसके साथ ही भारतीय वायुसेना (आईएएफ), रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों समेत हथियारों के व्यापारी संजय भंडारी के खिलाफ केस भी दर्ज किया है। इनके साथ ही स्विस प्लेन मेकर पिलाटस एयरक्राफ्ट लिमिटेड के खिलाफ भी केस दायर किया है। सीबीआई ने यह केस 75 बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट की खरीद में हुई अनयिमितताओं के चलते दर्ज किया है।
मई 2012 की डील
सीबीआई का आरोप है कि डील में 339 करोड़ की रकम अदा की गई थी। अपनी एफआईआर में सीबीआई ने ऑफसेट इंडिया सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड का नाम भी लिया है। इस कंपनी का ऑफिस साउथ दिल्ली पंचशील पार्क में है। जून 2016 में इस मामले में पहली बार संजय भंडारी के खिलाफ भी जांच शुरू की गई थी। भंडारी पर पहले ही लंदन में रॉबर्ट वाड्रा के लिए बेनामी संपत्ति खरीदने के मामले की जांच चल रही है। जांचकर्ता इस बात की जांच भी कर रहे हैं कि भंडारी की कंपनी किस प्रकार की सेवाएं मुहैया कराती है। वायुसेना इन ट्रेनर एयरक्राफ्ट को खरीदने के बाद एयरफोर्स कैडेट्स को इन्हें ही ट्रेनिंग के लिए रखना चाहती थी। एयरफोर्स ने पिलाटस पीसी-7 Mk-II को खरीदने का फैसला उस समय किया जब देश में बने एचटीपी-32 को रिटायर कर दिया था। मई 2012 में यूपीए की सरकार ने 2,896 करोड़ रुपए की डील साइन की थी और सेना ने 75 बीटीए पिलाटस एयरक्राफ्ट को खरीदने का फैसला किया था।