तूतीकोरिन पुलिस हिरासत में मौत: पुलिस ने सारी रात किया था पिता-पुत्र को टॉर्चर- CBI चार्जशीट
चेन्नई। तूतीकोरिन (Tuticorin) में पुलिस हिरासत में टॉर्चर के बाद पिता-पुत्र की मौत मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। सीबीआई (CBI) ने चार्जशीट में सथानकुलम थाने के तत्कालीन SHO समेत 9 पुलिसकर्मियों के नाम शामिल किए हैं। इन पर जयराज (59) और बेनिक्स (31) को गलत तरीके से हिरासत में लेने और टॉर्चर करने का आरोप है। दोनों की पुलिस की पिटाई के बाद अस्पताल में मौत हो गई थी।
चार्जशीट में SHO समेत 9 पुलिसकर्मियों के नाम
चार्जशीट में सथानकुलम पुलिस स्टेशन के पूर्व एसएचओ एस श्रीधर, दो सब इंस्पेक्टर, के बालाकृष्णन और पी रघु गणेश, दो हेड कांस्टेबल एस मुरुगन और ए समदुरई और चार कांस्टेबल मुथुराजा, एस चेल्लादुरई, एक्स थॉमस फ्रांसिस और वायल मुथु के नाम शामिल किए गए हैं। इन सभी पर हत्या, झूठे आरोप लगाकर गलत तरीके से बंदी बनाना, सबूत नष्ट करने के आरोप हैं। सभी आरोपी अभी जेल में बंद हैं। इसके अलावा एक सब-इंस्पेक्टर पाल दुरई जिन्हें जुलाई में गिरफ्तार किया गया था उनकी कोविड-19 के चलते जेल में मौत हो गई थी। पॉल दुरई को सीबीआई को चार्जशीट में आरोपी नहीं बनाया है लेकिन उनकी भूमिका का उल्लेख किया गया है।
लॉकडाउन में दुकान खोलने के लिए किया था गिरफ्तार
पी जयराज (59) और उनके बेटे जे बेनिक्स (31) को तूतीकोरिन पुलिस ने 19 जून को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों पिता-पुत्र मोबाइल की दुकान चलाते थे। पुलिस ने आरोप लगाया था कि दोनों ने लॉकडाउन में कर्फ्यू के बावजूद अतिरिक्त घंटों में अपनी दुकान खोल रखी थी। पुलिस ने आरोप लगाया था कि पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया था और गिरफ्तारी का विरोध किया था।
परिवार ने आरोप लगाया था कि पुलिस हिरासत में दोनों को बुरी तरह प्रताड़ित किया गया था। जिसके बाद दोनों को 22 जून को कोविलपट्टी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसी रात बेनिक्स की मौत हो गई। वहीं पिता जयराज ने अगली सुबह 23 जून को दम तोड़ दिया था।
तूतीकोरिन में पिता-पुत्र की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पूरे देश में आक्रोश देखा गया था। राज्य में जगह-जगह प्रदर्शन किए गए और मामले में जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को सख्त सजा देने की मांग की गई। मामले में राजनीतिक पार्टियों और फिल्म अभिनेताओं तक ने आवाज उठाई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री जुलाई के पहले सप्ताह में जांच सीबीआई से कराने का फैसला किया था। इसके बाद सीबीआई की टीम तूतीकोरिन पहुंची और जांच शुरू की।
जांच के दौरान 9 CBI ऑफिसर हुए कोविड के शिकार
सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौर ने बताया कि "सीबीआई की टीम ने मदुरई में कैम्प लगाया था और कोविड-19 महामारी के बीच भी काम करती रही थी। इस दौरान इस केस की जांच से जुड़े 9 सीबीआई अधिकारी कोविड इन्फेक्शन का शिकार भी हुए।"
चार्जशीट के बारे में जानकारी देते हुए गौर ने कहा कि "जांच में पता चला है कि पिता-पुत्र को 19 जून को गिरफ्तार किया गया था। सथानकुलम पुलिस स्टेशन में दोनों को शाम को प्रताड़ित किया गया। इसके बाद रात में भी दोनों को टॉर्चर किया गया। जिसके कारण आई चोटों के चलते दोनों ने 22 और 23 जून को दम तोड़ दिया।