सुप्रीम कोर्ट ने लगाई CBI को फटकार, जानिए क्यों कर रही है ऐसा कि खुद फंस रही हर मामले में
नई दिल्ली। आखिर सीबीआई ऐसा क्या कर रही है कि जांच जिस मामले मं कर रही है उस मामले में ही खुद फंस रही है। दरअसल, सीबीआई ही एक ऐसी संस्था बची थी जिस पर आम आदमी आंखे मूंद कर यह विश्वास कर लिया करता था कि हां यह मामला अब सही रास्ते पर जाकर सही परिणाम तक पहुंचेगा। लेकिन सीबीआई के डायरेक्टर रंजीत सिन्हा का टू जी घोटाले के आरोपियों से मेल जोल का खुलासे से जो स्थिति साफ हुई है उससे तो यही लगता है कि एकमात्र सीबीआई संस्थ भी अब भ्रष्ट तंत्र में शुमार हो गई है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से पूछा है कि आखिर कोयला ब्लॉक आवंटन जांच से पहले ही उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला के खिलाफ चल रही फाइल को इतनी जल्दी क्यों बंद कर दिया गया।
यह रिश्ते भी हैं
जानकारी के मुताबिक 2जी और कोयला घोटाले के आरोपियों के साथ यहां अपने आवास पर कथित बातचीत करने को लेकर जांच के घेरे में आए सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने अपने ऊपर लगे आरोपों के जवाब में अपना मत रखना चाहा है। इस कड़ी में उन्होंने अपना मत स्पष्ट करने के लिए आज सुप्रीम कोर्ट के समक्ष बंद लिफाफे में अपना हलफनामा दायर किया है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने 8 सितंबर को उन्हें निर्देश दिया था कि वह अपने उपर लगे आरोपों पर जवाब दें। शीर्ष अदालत ने कहा था कि आरोप गंभीर प्रकति के हैं। न्यायालय ने कहा था कि सीबीआई निदेशक को हलफनामा दायर कर आप हमें जो भी बताना चाहते हैं। वो सब लिखित में साफ-साफ बताएं।