पहलाज निहलानी का फरमान, फिल्मों में नहीं दिखेंगे शराब और सिगरेट वाले सीन्स
हाल ही में सेंसर बोर्ड ने महिला प्रधान फिल्में बनाने के लिए फेमस डायरेक्टर मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंदु सरकार' में 14 सीन्स पर कैंची चलाई।
नई दिल्ली। सेंसर बोर्ड चीफ पहलाज निहलानी ने फिल्मों में शराब और सिगरेट वाले सीन्स को बैन कर दिया है। सेंसर बोर्ड के चीफ का कहना था कि जिन बॉलीवुड सितारों को लाखों-करोड़ों लोग फॉलो करते हैं और ऐसे में फिल्मों में उनका सिगेरट शराब पीने वाला रोल लोगों के बीच सही उदाहरण नहीं पेश करेगा। इसलिए फिल्मों में ऐसे सीन्स अब से नहीं दिखाए जाएंगे। साथ ही पहलाज निहलानी ने उन खबरों को भी नकार दिया है जिसमे उनको हटाए जाने की बात कही जा रही थी।
द क्विंट की खबर के मुताबिक फिल्मों में लीड एक्टर के शराब और सिगरेट वाले सीन्स को पूरी तरह बैन कर दिया गया है। पिछले दिनों फिल्म लिपस्टिक अंडर मॉय बुर्का को इसलिए सर्टिफिकेट नहीं दिया गया क्योंकि यह महिलाओं के मुद्दे पर आधारित थी जोकि हमारे संस्कारों के खिलाफ थी।
हाल ही में सेंसर बोर्ड ने महिला प्रधान फिल्में बनाने के लिए फेमस डायरेक्टर मधुर भंडारकर की फिल्म 'इंदु सरकार' में 14 सीन्स पर कैंची चलाई। इसके बाद नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन के जीवन पर बनी डॉक्यूमेंट्री और प्रकाश झा के प्रोडक्शन में बनी फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' में ताबड़तोड़ सीन्स काटे।'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को फिल्म में बोल्ड सीन्स होने को लेकर आपत्ति जाहिर करते हुए इसे सर्टिफिकेट देने से ही मना कर दिया।
इसके साथ ही उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' में 'इंटरकोर्स' शब्द को लेकर आपत्ति जताई थी और उसे पास करने के लिए कई शर्ते भी रखी थीं। वहीं न्यूयॉर्क में हुए आइफा समारोह में आमिर खान की फिल्म 'दंगल' और अक्षय कुमार की फिल्में 'रुस्तम और एयरलिफ्ट' को कोई अवॉर्ड न दिए जाने पर भी उन्होंने आइफा को आड़े हाथों लिया था।