'येदियुरप्पा डायरी' पर CBDT ने कहा- शिवकुमार ने ओरिजनल कॉपी कभी नहीं दी
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले कारवां मैगजीन ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में भाजपा नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की एक कथित डायरी का जिक्र है, जिसमें भाजपा के कई सीनियर नेताओं, वकीलों और जजों को 1800 रुपये करोड़ की घूस देने का पूरा ब्यौरा है। इसमें अरुण जेटली, नितिन गडकरी, राजनाथ सिंह जैसे नेताओं के नाम शामिल है। कांग्रेस ने शुक्रवार दोपहर को इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया। कारवां ने जो डायरी हासिल की है उसमें 26 लोगों के नाम है. इन लोगों के नाम के आगे "Money received/ paid to me," लिख कर 5 से 500 करोड़ रुपये का अमांउट लिखा है।
सीबीडीटी ने दर्ज किया था शिवकुमार का बयान
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड(सीबीडीटी) ने शुक्रवार को कहा कि 9 अक्टूबर 2017 को कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार का बयान आईटी एक्ट (1961) के तहत दर्ज किया गया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ये बीएस येदियुरप्पा द्वारा लिखित डायरी की कॉपी थी। इसमें नेताओं, विधायकों और सांसदों को भुगतान का ब्यौरा दिया गया था।जब वो सत्ता में थे।
शिवकुमार ने नहीं दी मूल कॉपी
सीबीडीटी ने शुक्रवार को कहा कि आईटी एक्ट 1961 की धारा 132 के तहत कर्नाटक और गोवा के इन्वेटीगेशन डॉयरेक्चरो के द्वारा दो अगस्त 2017 को कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और उनके समूहों की जांच की गई थी। इसमें बड़े पैमाने पर उनके और कंपनियों के खिलाफ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए थे। जांच के दौरान कुछ अलग-अलग पन्ने मिले थे, जो कर्नाटक विधानसभा की विधायी डायरी 2009 के पन्ने की फोटो कॉपी थी। इसमें कुछ लोगों के नाम के आगे आंकड़े लिखे हुए थे। लेकिन शिवकुमार ने इसकी ओरिजिनल कॉपी कभी नहीं दी।
रविशंकर ने आरोपों को नकारा
बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के इन आरोपों को झूठ का पुलिंदा करार दिया। उन्होंने कहा कि इस आरोप और तथाकथित डायरी की कोई प्रामाणिकता नहीं है। प्रसाद ने सवाल करते हुए कहा कि क्या कांग्रेस अब झूठ के आधार पर चलेगी? वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मामले को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि सत्तारुढ़ पार्टी के सारे ‘चौकीदार'चोर हैं
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