CAT 2017: टॉपर मीत अग्रवाल को IIM नहीं, हावर्ड यूनिवर्सिटी में चाहिए एडमिशन
नई दिल्ली। कैट की परीक्षा में 100 पर्सेंटाइल स्कोर लाना किसी अभ्यार्थी के सपने पूरे होने जैसा है। लेकिन CAT 2017 के टॉपर मीत अग्रवाल के लिए यह सिर्फ उनके हावर्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लक्ष्य में पहला कदम है। कैट की परीक्षा में 100 पर्सेंटाइल लाने वाले मीत अग्रवाल के पिता टेक्सटाइल एक्सपोर्टर हैं और मीत भी उन्हीं को विरासत को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
GMAT परीक्षा की तैयारी में जुटे
हर कैट टॉपर के तहत मीत अग्रवाल का भी मन देश के सबसे प्रतिष्ठित मैनेजमेंट संस्थान, आईआईएम अहमदाबाद में एडमिशन लेने का है। लेकिन मीत अग्रवाल का सपना हावर्ड यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट की पढ़ाई करने का है जिसके लिए मीत फिलहाल GMAT परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं। मीत की सफलता पर उनके परिवार के सभी सदस्य और दोस्त खुश हैं लेकिन मीत का कहना है कि वे हावर्ड में एडमिशन मिलने के बाद जश्न मनाएंगे।
दो लड़कियों ने भी किया टॉप
मीत अग्रवाल के अलावा इस बार कैट की परीक्षा में दो लड़कियों ने भी 100 पर्सेंटाइल स्कोर लाकर टॉप किया है। इसमें से एक हैं दिल्ली के पहाड़गंज की रहने वाली छवि गुप्ता। छवि ने न केवल 100 पर्सेंटाइल हासिल किया बल्कि अपने पहले ही प्रयास में ये परीक्षा पास कर ली। 24 वर्षीय छवि ने आईआईटी दिल्ली से बीटेक और एमटेक किया है। फिलहाल वो एक कंपनी में बतौर बिजनेस एनालिस्ट काम कर रही हैं। सबसे हैरानी वाली बात है कि उन्होंने CAT की तैयारी नौकरी के साथ-साथ ही की और पहले ही प्रयास में उन्हें सफलता हासिल हो गई। समय के अभाव के चलते छवि रोज पढ़ाई नहीं कर पाती थीं। वो केवल वीकेंड्स पर ही पढ़ाई करती थीं और कोचिंग जाती थीं।
परिवार का मिला फुल सपोर्ट
परिवार का मिला फुल सपोर्ट इसमें उनके परिवार ने भी उनका काफी साथ दिया है। छवि ने कहा, 'मैंने कई जगह देखा है कि अगर लड़के पढ़ रहे होते हैं तो उन्हें डिस्टर्ब नहीं किया जाता लेकिन लड़कियों को बीच-बीच में घर के काम दे दिए जाते हैं। वहीं मां-बाप ग्रेजुएशन के बाद बेटियों की शादी कर देना चाहते हैं। इसलिए कई लड़कियां पोस्ट ग्रेजुएट लेवल की परीक्षाओं में बैठ ही नहीं पातीं। शुक्र है कि मेरे परिवार मुझे सपोर्ट करता है।'