राम मंदिर से जुड़ी किताब पर विवाद, बीजेपी बोली- लेखक को जेल भेजें या मेंटल अस्पताल
बेंगलुरू। कर्नाटक के लेखक एस भगवान की एक किताब ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। उनपर अपनी किताब में भगवान राम और महात्मा गांधी का कथित तौर पर अपमान करने का आरोप लगा है। केएस भगवान के खिलाफ भगवान राम का अपमान करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि आईपीसी की धारा 295ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। कन्नड़ भाषा में लिखी इस किताब में दावा किया गया है कि राम कोई भगवान नहीं थे और वह अन्य मनुष्यों की तरह कमजोरियों के शिकार थे।
भगवान राम को बताया था कमजोर
के एस भगवान ने कन्नड़ भाषा में लिखी किताब 'राम मंदिरा येके बेदा (क्यों राम मंदिर की नहीं है जरूरत) में ये दावा किया है कि भगवान राम कोई भगवान नहीं थे, बल्कि वो दूसरे लोगों की तरह कमजोरियों के शिकार थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंदू जागरण वेदिके मैसुरु के जिला अध्यक्ष के जगदीश हेब्बार ने भगवान राम और गांधी का अपनी किताब में कथित तौर पर अपमानजक जिक्र करने के लिए लेखक भगवान के खिलाफ शनिवार को शिकायत दर्ज कराई थी।
भगवान को जेल भेज दें या फिर मेंटल अस्पताल
दक्षिणपंथी संगठनों ने शुक्रवार को लेखक के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। लेखक पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने अपनी किताब में भगवान राम का अपमान किया है। वहीं कर्नाटक बीजेपी ने भी लेखक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने लेखक को जेल भेजने या फिर मेंटल अस्पताल में दाखिल कराने की मांग की है। राज्य के वरिष्ठ बीजेपी नेता और विधायक एस सुरेश कुमार ने अपने एक फेसबुक पोस्ट पर कहा कि राज्य सरकार के पास दो विकल्प हैं- भगवान को जेल भेज दें या फिर मेंटल अस्पताल।
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पुस्तक वाल्मीकि रामायण पर आधारित
कर्नाटक बीजेपी ने भी लेखक के जरिए सीएम एचडी कुमारास्वामी के मुद्दे पर चुप रहने को लेकर भी निशाना साधा है। बीजेपी ने राज्य सरकार के लेखक को गिरफ्तार कराने की मांग की है। हालांकि लेखक ने अपनी रचना का बचाव किया है और कहा है कि यह पुस्तक वाल्मीकि रामायण पर आधारित है।
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