स्वास्थ्यकर्मियों पर हिंसा के खिलाफ 24 जुलाई को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान, काली पट्टी पहनेंगे डॉक्टर्स
नई दिल्ली। कोरोना वायरस से जंग में देशभर के फ्रंट लाइन कोविड-19 वॉरियर्स को लोगों की हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। पिछले 3 महीने से देशभर से ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जिसमें स्थानीय लोगों द्वारा कोरोना की जांच करने या मरीजों को लेने गए डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मारपीट की गई। ऐसी घटनाओं के बाद से स्वास्थ्यकर्मियों में रोष है और अब उन्होंने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। कर्नाटक रेजिडेंट डॉक्टरों के संघ ने गुरुवार को देशव्यापी सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया का ऐलान किया है।
कर्नाटक रेजिडेंट डॉक्टर संघ द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि स्वास्थ्यकर्मियों पर हिंसा की निंदा करने और हमारे सभी मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए 24 जुलाई से देशव्यापी सांकेतिक विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। 24 तारीख को हम राज्य भर में काला बैंड पहनकर प्रतीकात्मक रूप से विरोध प्रदर्शन करेंगे और निवासियों से समर्थन मांगेंगे। गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं इस बीच 24 जुलाई को डॉक्टरों के देशव्यापी विरोध प्रदर्शन से मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। कर्नाटक में भी कोरोना वायरस के मामलों में तेजी देखी गई है।
बता दें कि देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है, बीते 24 घंटों में भारत में कोरोना के रिकॉर्ड 45,720 नए केस सामने आए हैं और 1129 लोगों की मौत हुई है। भारत में अब तक कोरोना के 12,38,635 केस सामने आए हैं, जिनमें 4,26,167 ऐक्टिव केस हैं जबकि 7,82,606 लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। वहीं इस वायरस से मरने वालों की कुल संख्या 29,861 हो गई है। देश में टेस्टिंग की बात करें तो 22 जुलाई तक कोविड-19 के लिए 1,50,75,369 सैंपलों का टेस्ट किया गया है।
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