डॉक्टरों की हड़ताल पर कलकत्ता हाईकोर्ट ने ममता सरकार से मांगा जवाब, कहा- मसले का हल निकालें
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर से मारपीट की घटना के बाद चार दिन से डॉक्टर हड़ताल पर हैं, जिससे मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसको लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने ममता बनर्जी सरकार से जवाब मांगा है। शुक्रवार को हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल से सात दिन के भीतर इस पर जवाब देने को कहा है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने ममता सरकार से पूछा कि उनकी ओर से मामले को हल करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
अदालत ने राज्य सरकार से कहा है कि वो डॉक्टरों से बात करके समस्या का हल निकालें और हालात को सामान्य करने के लिए कदम उठाए। हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कदम और डॉक्टरों से मारपीट के मामले में कार्रवाई को लेकर भी सवाल किए।
कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सोमवार की रात एक मरीज की मौत से गुस्साए परिजनों ने दो जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट की थी। इसके खिलाफ डॉक्टर मंगलवार हड़ताल पर हैं। शुक्रवार को भारतीय चिकित्सा संघ ने देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल का ऐलान किया है। जिसके बाद आज दिल्ली समेत देशभर में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हैं।
डॉक्टरों के एक दल ने शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से भी मुलाकात की है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि सरकार डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी। ऐसे में डॉक्टर सिर्फ सांकेतिक प्रदर्शन करें लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं को ठप ना करें। वहीं उन्होंने कहा कि हालात बिगड़ने की जिम्मेदार ममता बनर्जी हैं क्योंकि उन्होंने डॉक्टरों को अल्टीमेटम दिया, जिससे वो गुस्सा हो गए।
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