राफेल पर संसद में कैग रिपोर्ट पेश, विपक्ष ने किया हंगामा
नई दिल्ली। राफेल डील पर कांग्रेस के आरोपों के बीच मोदी सरकार ने मंगलवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट संसद में पेश की। इस दौरान विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया और राफेल पर जेपीसी जांच की मांग की। वहीं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी दलों पर पलटवार किया और कहा कि बार-बार झूठे आरोप लगाने से वे सच साबित नहीं हो जाएंगे।
राफेल पर कैग रिपोर्ट संसद में पेश
विपक्ष की जेपीसी जांच को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस मामले में कुछ बचा नहीं है, लिहाजा जेपीसी जांच कराने का कोई मतलब नहीं बनता है। बता दें कि संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में मंगलवार को राफेल डील पर CAG की रिपोर्ट पेश कर दी गई है।
राष्ट्रपति को सौंपी गई थी कैग रिपोर्ट
इसके पहले कैग ने राफेल पर विस्तृत रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपी थी। कुछ हफ्ते पहले ही रक्षा मंत्रालय ने राफेल डील से जुड़े जवाब कैग को सौंपे थे, जिसमें खरीद प्रक्रिया से जुड़ी जानकारी दी गई थी। वहीं, आज सदन में रिपोर्ट पेश किए जाने पर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और जेपीसी जांच की मांग उठाई।
सदन में विपक्षी दलों ने जेपीसी जांच की उठाई मांग
राफेल पर कैग रिपोर्ट को लेकर राहुल गांधी ने कुछ देर पहले प्रेस वार्ता के दौरान हमला बोला था और इसे ‘चौकीदार ऑडिटर जनरल' रिपोर्ट बताया था। राफेल पर राहुल गांधी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि पीएम मोदी ्अनिल अंबानी के मिडिलमैन की तरह बर्ताव कर रहे थे। कपिल सिब्बल ने भी सवाल उठाते हुए कहा था कि ये हितों के टकराव का मामला है क्योंकि जिस समय मोदी सरकार ने 36 राफेल की खरीद का सौदा किया और यूपीए के 126 राफेल की खरीद के सौदे को रद्द किया, उस समय राजीव महर्षि देश के वित्त सचिव थे, वही अब कैग के पद पर हैं। जिसपर अरुण जेटली ने कहा था कि जो खुद संस्थाओं को तोड़ते थे वे अब कैग पर सवाल उठा रहे हैं। बताया जा रहा है कि CAG ने राफेल पर 12 चैप्टर लंबी विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है।