CAB 2019: रूपा गांगुली ने शेयर किया खौफनाक वाकया, कहा-बुर्के में न भागती तो 'खान टाइगर' की बेगम बन जाती
नई दिल्ली। राज्यसभा में भी नागरिकता संशोधन विधेयक के पास होने के बाद जहां बीजेपी खेमे में खुशी है, वहीं दूसरी ओर पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बिल के खिलाफ प्रदर्शन जारी है, नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर व्यापक विरोध-प्रदर्शन के बीच बिगड़ती कानून-व्यवस्था को संभालने के लिए असम के गुवाहाटी में कर्फ्यू की मियाद को अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दिया गया है। हालात पर नियंत्रण के लिए यहां सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई हैं।
रूपा गांगुली ने शेयर किया खौफनाक वाकया
तो वहीं कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दल इस बिल के संविधान विरोधी बता रहे हैं लेकिन इन सब के बीच पश्चिम बंगाल से बीजेपी की फायर ब्रैंड नेता और महाभारत की द्रौपदी के नाम से मशहूर अभिनेत्री रूपा गांगुली ने एक खौफनाक वाकया शेयर किया है, रूपा गांगुली ने अपनी बात ट्विटर पर लिखी है।
उस रात मैं और मेरी मां बुर्के में ....
उन्होंने लिखा है कि 'काश मैं कह पाती कि मैंने खुद क्या झेले हैं, मैं तो खान टाइगर की बेगम बन जाती जो मुझे किडनैप करने आए थे, अगर उस रात मैं और मेरी मां बुर्के में भाग नहीं पाती दिनाजपुर से, मैं क्लास 7 में पढ़ती थी, अमित शाह आपको क्या बताऊं, आज आप और नरेंद्र मोदी को कितने लोगों के आशीर्वाद मिले हैं।'
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कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के बयान हमेशा एक समान कैसे?
मालूम हो कि रूपा गांगुली ने ये दर्द भरी दास्तां अमित शाह के उस बयान पर बयां की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि मुझे समझ नहीं आता, चाहे सर्जिकल स्ट्राइक हो या एयर स्ट्राइक, चाहे 370 हो या CAB 2019, कांग्रेस पार्टी और पाकिस्तान के बयान हमेशा एक समान कैसे होते हैं।
हम
कहां
जाएंगे,
अगर
भारत
हमें
जगह
न
दे?
अपने ट्वीट से पहले राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने सदन में भी कहा था कि ' हम कहां जाएंगे, अगर भारत हमें जगह न दे? कोई क्यों नहीं सोचेगा, मेरे पिता को उनके देश में, कभी नारायणगंज, कभी ढाका, कभी दिनाजपुर में, हम कितनी बार अपने घरों को बदलेंगे, हमें कितनी बार एक शरणार्थी का जीवन जीना पड़ेगा? नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 का धन्यवाद।'
बिल को राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन विधेयक को लोकसभा से बंपर वोटों के साथ मंजूरी दिलाने के बाद मोदी सरकार बिल को राज्यसभा में भी पास कराने में सफल रही। बिल के पक्ष में 125 वोट डाले गए। विपक्ष में 105 वोट डाले गए। नागरिकता संशोधन विधेयक को कल राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने पेश किया था। सदन में इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बिल को लेकर तीखी बहस हुई। अब इस बिल को राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा, जहां उनके हस्ताक्षर के बाद ये विधेयक कानून की शक्ल ले लेगा।
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