चिदंबरम ने CAB को बताया संविधान विरोधी, दागे 4 सवाल, कहा-SC में गिर जाएगा ये कानून
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में बहस जारी है। विपक्ष इस बिल का लगातार विरोध कर रहा है और संविधान विरोधी बता रहा है, कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने इस बिल को देशहित के खिलाफ बताते हुए कहा इस पर 4 तीखे सवाल खड़े किए हैं। संसद में बोलते हुए चिंदबरम ने कहा कि सरकार हिंदुत्व एजेंडा को आगे बढ़ा रही है, यह एक बहुत दुखद दिन है।
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सुप्रीम कोर्ट में गिर जाएगा ये कानून: पी. चिदंबरम
मैं सरकार को खुली चुनौती देता हूं कि वह अटर्नी जनरल और कानून मंत्रालय को बिल के प्रावधानों पर जवाब देने के लिए बाध्य करें, मुझे पूरी उम्मीद है कि न्यायपालिका इस बिल को अवैध करार देगी और आइडिया ऑफ इंडिया को बचाएगी, अपनी बात रखते हुए चिदंबरम ने कहा कि सरकार जो बिल ला रही है, ये पूरी तरह से गैर-संवैधानिक है।
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ये बिल आर्टिकल 14 का उल्लंघन करता है: चिदंबरम
पी. चिदंबरम ने कहा कि ये बिल आर्टिकल 14 का उल्लंघन करता है, जिसमें समानता का अधिकार शामिल है, इसमें जो कानूनी कमियां हैं, उसका जवाब कौन देगा और जिम्मेदारी कौन लेगा,जिसने भी इस बिल की सलाह दी है उसे संसद में लाना चाहिए।
चिदंबरम ने दागे 4 सवाल
इसी के साथ ही चिदंबरम ने संसद में चार सवाल खड़े किए और वो सवाल निम्नलिखित हैं.....
- चिदंबरम ने पूछा कि आपने इस बिल में तीन देशों को ही क्यों चुना, बाकी को क्यों छोड़ा?
- इस बिल में आपने 6 धर्मों को ही क्यों चुना?
- इस बिल में सिर्फ ईसाई को क्यों शामिल किया गया है?
- इस बिल में भूटान के ईसाई, श्रीलंका के हिंदुओं को क्यों बाहर रखा गया है?
'सरकार उम्मीद कर रही है कि गैरसंवैधानिक प्रावधान को सपॉर्ट करें'
इसी के साथ ही चिदंबरम ने कहा कि हमारे देश में सिटिजनशिप ऐक्ट है जो नागरिकता को जन्म, रजिस्ट्रेशन, नैचरलाइजेशन आदि के आधार पर नागरिकता का निर्धारण करता है। सरकार एक नई श्रेणी ला रही है और उम्मीद कर रही है कि गैरसंवैधानिक प्रावधान को सपॉर्ट करें लेकिन जो देश हित में ना हो, उसे हम सपोर्ट नहीं करेंगे।