शाहीन बाग की मुस्लिम महिलाओं ने कहा-'PM मोदी हमारा बेटा,फिर भी मां की क्यों नहीं सुनते?'
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन और धरने पर बैठी मुस्लिम महिलाओं ने मंगलवार को दिल्ली से उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलने पहुंची। शाहीन बाग में धरने पर बैठी महिलाओं ने साफ कर दिया कि जब तक CAA, NRC, NPR बिल को सरकार वापस नहीं लेती वो वहां से नहीं हटेंगी।
वहीं एलजी से मिलने पहुंची शाहीन बाग की दादियों ने कहा कि 'पीएम मोदी हमारे बेटे जैसा है, लेकिन ऐसी क्या कमी आ गई कि एक मां सड़क पर है और बेटे को अपनी मां से मिलने तक का समय नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे तक उनकी आवाज क्यों नहीं पहुंच रही हैं। एलजी से मिलने पहुंचीं शाहीन बाग की चार दादियां सरवरी, नूर बेगम, बिलकीस और एक अन्य महिला ने कहा कि जब तक सीएए, एनआरसी और एनपीआर वापस नहीं होगा, तब तक वो धरने से नहीं उठेंगी।
गौरतलब है कि लंबे समय से शाहीन बाग में धरने पर बैठे लोगों में से कुछ लोग एलजी से मिलने गए थे। इस मुलाकात के दौरान एक महिला ने कहा कि हमने कसम खाई है कि जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक हम यहीं रहेंगे। हम मरने से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि वो सड़क खाली नहीं करेंगी। शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम इस कानून के खिलाफ 29 जनवरी को चक्का जाम करेंगे। गौरतदलब है कि पिछले 37 दिनों से शाहीन बाग के लोगों ने सड़क जाम कर धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं। सड़क बंद होने की वजह से ट्रैफिक की समस्या बढ़ गई है। वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक ये कानून वापस नहीं लिया जाएगा वो वहीं डटे रहेंगे।