CAA Protest: पुलिस ने पहली बार कबूला, उसकी ओर से चलाई गई गोली से मरा बिजनौर का सुलेमान
बिजनौर। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूरे देश में प्रदर्शन हो रहा है। कई हिस्सों में ये प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है। सबसे ज्यादा हिंसक प्रदर्शन उत्तर प्रदेश में हुए हैं। उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में हुए उग्र प्रदर्शनों के बाद पुलिस की लगातार कार्रवाई जारी है। अब तक 213 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। 925 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि 5558 लोगों को हिरासत में लेकर निरोधात्मक कार्रवाई की गई है। उग्र प्रदर्शन में पूरे यूपी में 16 लोग जान गंवा चुके हैं। बिजनौर में गोली लगने से दो युवकों की मौत हुई। बिजनौर पुलिस ने पहली बार कबूल किया है कि एक प्रदर्शनकारी की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई है।
आत्मरक्षा में पुलिस ने चलाई थी गोली
आपको बता दें कि बिजनौर में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को हिंसा भड़क गई थी। इसमें दो युवकों की मौत हो गई थी। बिजनौर के पुलिस प्रमुख ने बताया कि एक पुलिसकर्मी ने आत्मरक्षा में 20 वर्षीय सुलेमान पर गोली चलाई थी। द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक एसपी बिजनौर संजीव त्यागी ने इस बात को स्वीकारा किया है कि कॉन्सटेबल मोहित कुमार ने ‘अपनी रक्षा करने' के लिए सर्विस पिस्टल से गोली चलाई थी।
कांस्टेबल मोहित को भी लगी एक गोली, देशी बंदूक से किया गया था शूट
बिजनौर के एसपी संजीव त्यागी ने कहा, 'जब हमारा एक कांस्टेबल छीनी गई बंदूक वापस लेने के लिए आगे बढ़ा तो भीड़ में से किसी ने उन पर फायरिंग कर दी। मोहित कुमार को भी एक गोली लगी। मोहित के पेट से निकली गोली किसी देशी बंदूक से चलाई गई।'त्यागी ने कहा कि ‘जब मोहित सुलेमान के पास पहुंचा तो सुलेमान ने उस पर देशी बंदूक से फायर किया जो मोहित के पेट में जाकर लगी। मोहित ने भी जवाबी कार्रवाई में अपनी सर्विस पिस्टल से फायर किया जो सुलेमान के पेट में लगी।' मोहित बिजनौर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का हिस्सा है। डाक्टरों ने बताया कि उसकी हालत गंभीर थी। फिलहाल बिजनौर के एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
सुलेमान के भाई ने कहा- वो नमाज पढ़ने गया था
सुलेमान के भाई शोएब मलिक ने बताया, 'मेरा भाई नमाज पढ़ने गया था। वह नमाज के बाद कुछ खाने के लिए घर लौट रहा था। पिछले कुछ दिनों से उसे बुखार था। वह हमारे घर के पास की मस्जिद नहीं गया था, वह दूसरी मस्जिद गया था। जब वह बाहर आया तो लाठीचार्ज किया जा रहा था और आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे थे। पुलिस ने उसे उठाया और गोली मार दी।' वहीं सुलेमान की मां अकबरी खातून ने कहा कि उनका बेटा यूपीएससी की तैयारी कर रहा था। उन्होंने कहा, वो दिन-रात एक करके पढ़ाई और यूपीएससी की तैयारी करता था। उन्होंने मेरे अच्छे और परिश्रमी बेटे को मार दिया।