CAA Protest: एक्टर फरहान अख्तर ने कहा- विरोध करने का समय हुआ खत्म, अब...
नई दिल्ली। सोशल मीडिया हो या सड़क हर जगह नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर विरोध जारी है। अब इस कनून के विरोध में कुछ बॉलीवुड सितारों का भी नाम जुड़ गया है, एक्टर फरहान अख्तर पिछले कई दिनो से इस मुद्दे पर लगातार ट्वीट कर रहे हैं। उन्होंने अपने लेटेस्ट ट्वीट में लोगों को बताने की कोशिश की है कि आखिर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध क्यों किया जाना चाहिए। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि अब सोशल मीडिया पर विरोध करने का समय समाप्त हो गया है।
फरहान अख्तर ने कहा- विरोध का टाइम खत्म
गौरतलब है कि नागरिकता कानून का विरोध कर रहे जामिया छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई से बॉलीवुड पहले ही अपनी नाराजगी जता चुका है। कई एक्टर और एक्ट्रेस ने इस मामले पर दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है। इन छात्रों के सपोर्ट में फरहान पहले भी कई ट्वीट कर चुके हैं, उन्होंने बुधवार को एक ट्वीट किया जो अब वायरल हो गया है। अपने पोस्ट में उन्होंने का कि अब सिर्फ सोशल मीडिया पर विरोध जताने से कुछ नहीं होगा यहां समय खत्म हो चुका है।
Here’s what you need to know about why these protests are important. See you on the 19th at August Kranti Maidan, Mumbai. The time to protest on social media alone is over. pic.twitter.com/lwkyMCHk2v
— Farhan Akhtar (@FarOutAkhtar) December 18, 2019
जावेद जाफरी ने भी किया ये ट्वीट
इसके अलावा फरहान अख्तर ने अपने ट्वीट में सीएए और एनआरसी से जुड़ी एक फोटो भी पोस्ट की है जिसके साथ उन्होंने लिखा कि, इसमें समझा जा सकता है कि आखिर इस कानून का विरोध क्यों किया जाना जरूरी है। उन्होंने ने लिखा सोशल मीडिया पर विरोध का समय समाप्त, मिलते हैं 19 तारीख को मुंबई के क्रांति मैदान में। बता दें कि सिर्फ फरहान ही नहीं कई और स्टार्स ने इस सीएए का विरोध किया है। एक्टर जावेद जाफरी ने भी ट्वीट में एक फोटो शेयर करते हुए लोगों से मुंबई के क्रांति मैदान पहुंचने की अपील की है।
ट्विंकल खन्ना ने जताई नाराजगी
दिल्ली में छात्रों पर हुए हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस पर ट्विंकल खन्ना का गुस्सा फूटा है, उन्होंने ट्वीट कर इस बात की कड़ी निंदा की है। सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए छात्रों के सपोर्ट में ट्विंकल ने लिखा कि हम लोग एक अंधेरी गुफा की ओर बढ़ते जा रहे हैं, यहां छात्रों की आवाज को दबाने के लिए हिंसा का प्रयोग किया जा रहा है। ट्विंकल आगे लिखती हैं कि मैं एक धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक भारत में खड़ी हूं जहां शांतिपूर्ण तरीके से अपने विचार व्यक्त करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने लिखा कि किसी को भी उसकी जाति और रंग के आधार पर किसी तरह का भेदभाव करना मौलिक अखंडता के खिलाफ है।
यह भी पढ़ें: CAA: अमित शाह ने छात्रों से कहा, अगर आपको बिल भेदभावपूर्ण लगता है तो हमें बताएं