चार लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए तारीखों का एलान
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और नागालैंड की चार लोकसभा और राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। सभी सीटों के लिए 28 मई को वोट डाले जाएंगे और 31 मई को मतगणना होगी। चुनाव आयोग के अनुसार इन सभी सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 10 मई होगी। नामांकन वापस लेने की तारीख 14 मई है। मतदान 28 मई को होगा।
14 सीटों पर होगा उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा गोंडिया और पलघर (एसटी) लोकसभा और नागालैंड लोकसभा सीट पर उपचुनाव होगा। जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा उनमें उत्तर प्रदेश की नूरपुर विधानसभा, बिहार की जोकीहाट, झारखंड की गोमिया और सिल्ली, केरल की चेंगनूर, महाराष्ट्र की पालुस कादेगांव, मेघालय की अंपाती (एसटी), पंजाब की शाहकोट, उत्तराखंड की थराली (एससी) और पश्चिम बंगाल की महेशताला विधानसभा सीट है।
कहीं इस्तीफे तो कहीं मौत के चलते खाली हुई सीट
उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट भाजपा सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद से खाली है। महाराष्ट्र की भंडारा गोंडिया सीट से भाजपा सांसद नाना पटोले के इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो जाने तो वहीं पालघर सीट भाजपा सांसद चिंतामण वांगा की मौत के चलते खाली है। नागालैंड लोकसभा सीट से नेफियू रियो सांसद थे, नागालैंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद रियो ने सांसदी छोड़ दी थी।
उत्तर प्रदेश की बिजनौर के नूरपुर विधानसभा से भाजपा के लोकेंद्र सिंह विधायक थे, जिनका बीते दिनों निधान हो गया था। वहीं, केरल की चेंगनूर से सीपीआई(एम) के केके रामचंद्रन विधायक थे। जनवरी में लिवर की बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था।
उत्तराखंड की थराली विधानसभा यहां से विधायक मगन लाल शाह की बीमारी के चलते मौत के बाद खाली है। महाराष्ट्र की पालुस कादेगांव से कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व मंत्री पतंगराव कदम विधायक थे, उनकी बीते माह मौत हो गई थी।
बिहार की जोकीहाट विधानसभा सीट से अररिया के वर्तमान राजद सांसद सरफराज आलम विधायक थे। अररिया सीट पर हुए लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था।
पंजाब की शाहकोट से अकाली विधायक एवं पंजाब सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री जत्थेदार अजीत सिंह कोहाड़ का दिल का दौरा पड़ने से फरवरी में निधन हो गया था। जिसके बाद ये सीट खाली है।
झारखंड में सजा के चलते अयोग्य हुए दो विधायक
झारखंड की गोमिया और सिल्ली सीट के विधायकों की सदस्यता रद्द होने के बाद ये सीटें खाली हुई हैं। तीन साल की सजा सुनाए जाने की वजह से गोमिया विधायक योगेन्द्र प्रसाद महतो की विधायकी चली गयी थी। वहीं सिल्ली से विधायक अमित महतो को सीओ के साथ मारपीट का दोषी पाया गया था, जिसके बाद अदालत ने उन्हें दो साल कारावस की सजा सुनाई थी।
मेघालय की अंपाती विधानसभा सीट से बीते माह मुकुल संगमा ने इस्तीफा दे दिया था। संगमा सोंगसेक और अंपाती दो सीटों से चुनाव लड़े थे और दोनों जगह से जीते थे। इसके बाद उन्होंने सोंगसेक सीट को रखा और अंपाती से इस्तीफा दे दिया। वहीं, पश्चिम बंगाल की महेशताला सीट से तृणमूल कांग्रेस की कस्तूरी दास विधायक थीं। 67 साल की कस्तूरी की लंबी बीमारी के बाद फरवरी माह में निधन हो गया था। उनके निधन के बाद ये सीट खाली है।
यूपी: कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव का ऐलान, 28 मई को मतदान, 31 को रिजल्ट