अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले में 52 यात्रियों की जान बचाने वाले ड्राइवर सलीम को वीरता पुरस्कार
नई दिल्ली। बीते साल जुलाई में आमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं पर आतंकी हमले के दौरान अपनी जान पर खेलकर 52 लोगों की जान बचाने वाले गुजरात के ड्राइवर शेख सलीम को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने देश के दूसरे सर्वोच्च वीरता पुरस्कार के लिए सलीम का नाम चुना है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को 13 लोगों को 'उत्तम जीवन रक्षा पदक' सम्मान देने की घोषणा की, जिसमें ड्राइवर शेख सलीम गफूर का नाम सबसे ऊपर है। उत्तम जीनव रक्षा पदक वीरता के लिए नागरिकों को दिया जाने वाला दूसरा सर्वोच्च सम्मान है।
गोलियों की बौछार के बीच बस दौड़ाते रहे थे सलीम
सलीम पिछले साल जुलाई महीने में 60 अमरनाथ यात्रियों को लेकर जा रहे थे। वो बस ड्राइव कर रहे थे कि तभी अनंतनाग जिले के बाटेनगू में बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। आतंकियों की ओर से गोलियों की बौछार के बीच सलीम ने हिम्मत दिखाते हुए बस नहीं रोकी। उन्हें यह बात बखूबी मालूम थी कि बस को रोकने का मतलब और ज्यादा नुकसान होगा। हमले के बीच ही वह बस चलाते रहे और यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखा। फायरिंग के बीच ही सलीम बस को ड्राइव करके पास के आर्मी कैंप तक ले गए और फिर उन्होंने बस रोकी। आर्मी कैंप घटनास्थल से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर था। इस हमले में आठ लोगों की जान गई थी लेकिन सलीम की वजह से इससे कहीं ज्यादा जानें बच गई थीं।
काश, उन आठ लोगों को भी बचा पाता, जिनकी जान गई: सलीम
घटना के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस के आई मुनीर खान ने बस में सवार यात्रियों से बात की थी। इन सभी ने ड्राइवर सलीम की तारीफ की थी। यात्रियों ने माना था कि फायरिंग के बीच भी सलीम बस चलाते रहे और उन्हें सुरक्षित स्थान तक लेकर गए।' इस हमले में बचे यात्रियों ने लगातार सलीम का धन्यवाद किया था।
इस आतंकी हमले में 8 यात्रियों की मौत जबकि 7 घायल हो गए थे। वीरता पुरस्कार मिलने पर सलीम ने कहा है कि यकीनन ये बहुत बड़ा सम्मान है लेकिन ये खुशी दोगुनी होती अगर मैं उन आठ यात्रियों की जान भी बचा पाता, जो हमले में मारे गए थे।
गुजरात सीएम ने कही थी पुरस्कार के लिए केंद्र को नाम भेजने की बात
गुजरात के वलसाड में रहने वाले 38 साल के शेख देशभर के उन 43 लोगों में शामिल हैं जिनके नामों की घोषणा वीरता पुरस्कार के लिए हुई है। बीते साल जब अपनी बहादुरी से वो हीरो बने थे तो गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी उनकी तारीफ की थी और कहा था कि वो शेख का नाम केंद्र को वीरता पुरस्कार के लिए भेजेंगे।
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