बुराड़ी केस में रहस्य बने 11 पाइपों को लेकर घर के मालिक ने उठाया बड़ा कदम
दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई 11 लोगों की मौत के बाद इस घटना को लेकर एक और बड़ी जानकारी सामने आई है।
नई दिल्ली। पूरे देश को झकझोर कर रख देने वाले दिल्ली के बुराड़ी कांड में घटना के 6 महीने बाद भी कई रहस्य आज भी रहस्य ही बने हुए हैं। बुराड़ी के संत नगर इलाके में एक ही परिवार के 11 लोगों की सामूहिक मौत के इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मनोवैज्ञानिक ऑटोप्सी रिपोर्ट और बिसरा रिपोर्ट में पहले ही खुलासा हो चुका है कि सभी 11 लोगों की मौत दुर्घटनावश आत्महत्या के कारण हुई थी। इस मामले में अब एक और बड़ी जानकारी सामने आई है। दरअसल परिवार के 11 लोगों की मौत के बाद उस घर की बाहरी दीवार की तरफ लगे 11 पाइपों पर घटना के बाद से रहस्य गहराया हुआ था। अब घर के इन 11 पाइपों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया।
'इन पाइपों से पूरी तरह से छुटकारा मिला'
घर के अंदर हुई 11 लोगों की मौत के बाद इन 11 पाइपों को लेकर काफी अफवाहें फैलीं थी। आस-पास के लोगों का कहना था कि किसी रूहानी प्रक्रिया के लिए घर के बाहर ये 11 पाइप निकाले गए थे। अब इन पाइपों को हटाकर छेदों को बंद कर दिया गया है। परिवार के सदस्य दिनेश चूड़ावत ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया, 'वो पाइप एक तमाशा बन गए थे। इन पाइपों को हटाए बिना घर के बारे में फैल रही अफवाहों को रोकना संभव नहीं था। इसलिए, मैंने इन पाइपों से पूरी तरह से छुटकारा पाने का फैसला किया।' घटना के बाद राजस्थान के कोटा में रहने वाले दिनेश चूड़ावत को ही घर की चाबियां सौंपी गईं थी।
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11 मौतों से जोड़कर देखे गए थे 11 पाइप
दिनेश चूड़ावत ने इससे पहले पिछले महीने ही पांच छेदों को सीमेंट से बंद किया था और बाकी को ईंट के टुकडों से भर दिया था। इनमें से कुछ छेद काफी उंचाई पर थे। घर के बाहर निकले इन 11 पाइपों में से सात के मुंह नीचे की तरफ झुके हुए थे, जबकि बाकी चार पाइपों के मुंह सीधे थे। वहीं, घर के अंदर मृत मिले परिवार के 11 लोगों में से सात महिलाएं थीं और चार पुरुष, इसलिए भी इन पाइपों को लेकर रहस्य गहराया हुआ था। लोगों का कहना था कि परिवार के 11 लोगों की मौत का इन 11 पाइपों से जरूर कोई संबंध है। हालांकि पुलिस का कहना था कि यह महज एक संयोग है। पाइप लगाने वाले ठेकेदार ने भी बताया था कि घर में ये पाइप वेंटिलेशन के लिए लगाए गए थे।
प्लॉट की कराई गई चारदीवारी
इन 11 पाइपों का मुंह एक खाली प्लॉट की तरफ था। प्लॉट के मालिक एचके सिंह ने बताया, 'इस घटना से पहले भाटिया परिवार ने अपने घर का रेनोवेशन कराया था। घर का मलबा इकट्ठा करने के लिए मैंने उन्हें अपना प्लॉट इस्तेमाल के लिए दे दिया था। उन लोगों की मौत के बाद वहां से गुजरने वाले और खड़े होकर पाइप देखने वाले लोगों ने इस प्लॉट को मूत्रालय जैसा बना दिया।' अब इस प्लॉट के चारों तरफ लाल रंग की 10 फुट ऊंची दीवार खड़ी कई गई है। इस चारदीवारी के बाद कोई भी पाइप वाली जगह को नहीं देख पाएगा। इलाके में एक रेस्टोरेंट चलाने वाले सचिन सैनी बताते हैं कि अब यहां लोग आते और निराश होकर लौट जाते हैं, क्योंकि वो उन पाइपों को नहीं देख पाते।
बिसरा रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
आपको बता दें कि पिछले दिनों ही 11 लोगों की मौत के इस मामले में बिसरा रिपोर्ट आई है। घटना के पांच महीने बाद आई इस रिपोर्ट से कई अहम बातों का खुलासा हुआ था। बिसरा रिपोर्ट के मुताबिक, 'परिवार के 11 लोगों की मौत दुर्घटनावश आत्महत्या के कारण हुई थी। मृत 11 लोगो में से किसी के भी शरीर में कोई जहर या ऐसा कोई जहरीला पदार्थ नहीं मिला, जिसे मौत का कारण माना जा सके, यानी मौत का कारण दुर्घटनावश हुई आत्महत्या ही थी। रिपोर्ट में कुछ सदस्यों के पेट में खाना था, जबकि कुछ सदस्यों के पेट खाली पाए गए।' इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट और साइक्लोजिकल अटॉप्सी की रिपोर्ट पहले ही आ चुकी थी। बिसरा रिपोर्ट के बाद अब केवल उन रजिस्टरों की हैंड राइटिंग रिपोर्ट आनी बाकी है, जो भाटिया परिवार के घर में मिले थे।
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