Bulandshahr violence: योगेश राज ने जारी किया Video मैसेज, कहा- मैंने कुछ नहीं किया, मैं बेकसूर हूं
बुलंदशहर। यूपी के बुलंदशहर की स्याना में भड़की हिंसा का मुख्य आरोपी और बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज अभी भी पुलिस की पहुंच से दूर है लेकिन बुधवार को उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करके अपनी सफाई पेश की है, वीडियो में उसके आव-भाव काफी बदले हुए हैं, वो वीडियो में क्लीन शेव दिख रहा है और कह रहा है कि जय श्री राम. मैं योगेश राज, जिला संयोजक, बजरंग दल, बुलंदशहर, पुलिस मुझे इस प्रकार प्रस्तुत कर रही है, जैसे कि मैं कोई बड़ा अपराधी हूं।
योगेश राज ने जारी किया Video मैसेज
मैं आप सब लोगों को यह बताना चाहता हूं कि उस दिन दो घटनाएं घटित हुई थी, पहली घटना स्याना के नजदीक गांव महाव में गोकशी की हुई जिसकी सूचना पाकर मैं अपने के साथियों सहित मौके पर पहुंचा था, और इसके बाद मामले को शांत करके हम सब लोग अपने साथियों सहित स्याना थाने में मुकदमा लिखवाने आ गया था, हमें थाने पर ही पता चला कि उस जगह पर ग्रामीणों ने पथराव कर दिया है और वहां पर फायरिंग हुई है जिसमें एक युवक को गोली लगी है और एक पुलिसवाले को भी गोली लगी है।
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जब हमारी मांग पूर्ण करके मुकदमा स्याना थाने में लिखा जा रहा था तो बजरंग दल कोई आंदोलन प्रदर्शन क्यों करता, जबकि मैं दूसरी घटना में उक्त स्थल पर मौजूद नहीं था, मेरा दूसरी घटना से कोई लेना देना नहीं है. ईश्वर मुझकों न्याय दिलाएंगे. मुझे ऐसा भगवान पर पूर्ण भरोसा है, जब मैं थाने पर रिपोर्ट लिखवा रहा था तो मैं वहां कैसे हो सकता हूं जहां पर ये घटना घटी है।
पुलिस ने बजरंग दल के नेता योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया
आपको बता दें कि बुलंदशहर की स्याना कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में बजरंग दल के नेता योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है, बताया जा रहा है कि उसी ने सबसे पहले गोकशी की शिकायत की थी और उसी ने भीड़ को भड़काने का काम किया। इस बारे में स्याना कोतवाली में उपनिरीक्षक सुभाष सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
दक्षिणपंथी संगठन
इस केस में बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज के अलावा 27 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें से 8 लोग विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और बीजेपी युवा मोर्चा जैसे दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े हुए हैं, तो वहीं पुलिस के एफआईआर में शामिल 18 लोग ऐसे हैं जो कि खुद को किसान या छात्र बताते हैं लेकिन इन्हें अक्सर पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए देखा गया है, मीडिया सूत्रों के मुताबिक इनका संबंध किसी दक्षिणपंथी संगठन से है।
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