बुलंदशहर में बवाल के वक्त पुलिसवालों ने इंस्पेक्टर सुबोध को क्यों अकेला छोड़ा, होगी जांच: पुलिस अधिकारी
नई दिल्ली। यूपी के बुलंदशहर में सोमवार को कथित गोकशी को लेकर फैली हिंसा के बाद अब पुलिस ने बवाल को हवा देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात की भी पता लगाया जाएगा कि पुलिस अधिकारी क्यों इंस्पेक्टर सुबोध को अकेला छोड़कर भाग गए।
घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन
बुलंदशहर में फैली हिंसा के बाद पुलिस लगातार दबिश दे रही है। इस मामले में अबतक पुलिस ने 27 लोगों के खिलाफ नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि इस झड़प ने डीएसपी समेत 5-6 पुलिकर्मी जख्मी भी हुए हैं। उन्होंने लोगों से शांति कायम रखने की अपील भी है।
'इंस्पेक्टर सुबोध को छोड़ पुलिस अधिकारी क्यों भागे?'
बुलंदशहर में बवाल के दौरान इंस्पेक्टर स्याना सुबोध कुमार और 20 साल के सुमित की जना चली गई थी। वहीं, शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिजन गुस्से में हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने शहीद सुबोध कुमार को पूरा राजकीय सम्मान नहीं दिया जिसके वे हकदार थे।
बुलंदशहर में फैली हिंसा ने ली इंस्पेक्टर की जान
इसके पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया। योगी आदित्यनाथ ने सुबोध कुमार सिंह की पत्नी को 40 लाख रुपए और माता-पिता को 10 लाख रुपए के आर्थिक मुआवजे का ऐलान किया।