Bulandshahr violence: योगी आदित्यनाथ सजग होते तो टल सकती थी घटना- उमा भारती
लखनऊ। बुलंदशहर की घटना पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तमाम विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। लेकिन अब ना सिर्फ विपक्षी दल बल्कि खुद की पार्टी के भी नेता बुलंदशहर हिंसा के लिए योगी आदित्यनाथ पर निशाना साध रहे हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर योगी आदित्यनाथ सजग होते तो बुलंदशहर की घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि यह ऐसा संकेत है जिस योगी आदित्यनाथ को विचार करना ही होगा।
आदित्यनाथ जी को ध्यान देना चाहिए था
उमा भारती ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में लोग जुट गए थे, योगी आदित्नयाथ को इसका ध्यान रखना चाहिए था, यह बहुत दुखद और चिंताजनक है। अगर आदित्यनाथ ने इसपर नजर रखी होती तो इस घटना को टाला जा सकता था। वहीं राम मंदिर के मुद्दे पर बोलते हुए उमा भारती ने कहा कि सभी पार्टियों को यह तय करना होगा कि आने वाले समय में सौहार्द रहे और यह राम मंदिर के रास्ते ही निकलेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डेढ़ साल तक मेरा ध्यान राम मंदिर और गंगा की अविरलता पर रहेगा।
आखिरी दम तक करेंगी राजनीति
इसके साथ ही उमा भारती ने यह भी साफ कर दिया है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। लेकिन उन्होंने यह कहा है कि वह आखिरी समय तक राजनीति करती रहेंगी। उमा भारती ने कहा कि वह 15 जनवरी से गंगा प्रवास करेंगी और अगले डेढ़ साल तक वह गंगा की अविरलता और राम मंदिर के लिए काम करेंगी। आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने के साथ ही उमा भारती ने कहा कि वह पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगी और पार्टी का जो भी निर्देश होगा इसके लिए वह उसका पालन करेंगी।
चुनाव को लेकर साफ किया रुख
उमा भारती ने कहा कि सुषमा स्वराज जी ने तो अभी चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है लेकिन मैंने तो डेढ़ साल पहले ही कह दिया था कि मैं आगामी चुनाव नहीं लड़ूंगी। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आखिर आपको ऐसा क्यों लगता है कि चुनाव लड़ना ही राजनीति है। साथ ही जिस तरह से विपक्षी दल ईवीएम मशीन को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं उसपर उन्होंने कहा कि जब चुनाव आयोग ने ईवीएम में छेड़खानी को साबित करने के लिए कहा था तो कोई आगे नहीं आया था।
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