Union Budget 2021: कल पेश होगा आम बजट, जानें पिछले 10 सालों में बजट वाले दिन क्या रहा है बाजार का हाल
हर बार की तरह इस बार भी शेयर बाजार को 1 फरवरी को आने वाले बजट से काफी उम्मीदें हैं। कल यानी 1 फरवरी को बजट पेश होने के बाद शेयर बाजार में काफी उठा-पटक देखने को मिल सकती है।
नई दिल्ली। हर बार की तरह इस बार भी शेयर बाजार को 1 फरवरी को आने वाले बजट से काफी उम्मीदें हैं। कल यानी 1 फरवरी को बजट पेश होने के बाद शेयर बाजार में काफी उठा-पटक देखने को मिल सकती है। वहीं इस बार के बजट को लेकर मार्केट के जानकारों का कहना है कि सरकार को कोरोना महामारी की वजह से प्रत्येक सेक्टर को हुए आर्थिक नुकसान को देखते हुए ऐसा बजट लाना होगा जो रिफॉर्म और विकास की गति को बढ़ाने का काम करे।
Recommended Video
अगर बजट वाले दिन सेंसेक्स के पिछले 10 सालों का इतिहास देखें तो पता चलता है कि बजट पेश किए जाने के दिन बाजार में गिराबट देखने को मिली है। पिछले साल 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 2.43 फीसदी यानी 987.96 अंक गिरकर 39,735.53 अंक पर बंद हुआ था। इसी प्रकार 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी भी 2.66 फीसदी यानी 318.30 फीसदी गिरकर 11,643.80 अंक पर आ गया था। दोनों इंडेक्स के लिए यह 2019 के बाद सबसे खराब दिन रहा था। 2012 और 2013 में भी बजट पेश किए जाने के दिन बीएसई सेंसेक्स करीब 1 फीसदी से ज्यादा लुढ़का था। इसी प्रकार 2014, 2016 और 2018 में यह क्रमशः 0.28 फीसदी, 0.66 फीसदी और 0.16 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी।
यह भी पढ़ें: खट्टर सरकार को आम बजट से हैं काफी उम्मीदें, हरियाणा में फास्ट ट्रेनों के लिए 5000 करोड़ की रखी है मांग
हालांकि, पिछले 10 साल में 4 साल ऐसा भी रहा जब बजट पेश होने के दिन बाजार हरे निशान पर बंद होने में कामयाब रहा। साल 2011, 2015, 2017 और 2019 में सेंसेक्स क्रमशः 0.69 फीसदी, 0.48 फीसदी, 1.75 फीसदी ओर 0.58 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ। मोदी सरकार द्वारा पेश किए गए पिछले सात पूरे साल के बजट में, सेंसेक्स चार मौकों पर 4 प्रतिशत तक गिरा और शेष तीन सालों में 7 प्रतिशत तक रिटर्न दिया।
इस
बार
के
बजट
से
निवेशकों
को
बड़ी
उम्मीद
यह
है
कि
सरकार
कैपिटल
गेन्स
टैक्स
(Capital
Gains
Tax)
को
खत्म
करने
का
ऐलान
करे
या
लॉन्ग
टर्म
की
परिभाषा
बदलकर
दो
साल
कर
दे।
इस
बार
के
बजट
से
हर
वर्ग
को
उम्मीद
है।
नौकरी
पेशा
लोग
जहां
बजट
से
टैक्स
की
सीमा
में
बढोत्तरी
की
उम्मीद
लगाए
बैठे
हैं
वहीं
देश
के
किसानों
को
किसान
क्रेडिट
कार्ड
की
लिमिट
बढ़ाए
जाने
की
उम्मीद
है।
गौरतलब
है
कि
1
फरवरी
को
वित्तमंत्री
निर्मला
सीतारमण
बजट
पेश
करेंगी।