फिर नहीं चली संसद, कांग्रेस ने की SC/ST फैसले पर सरकार से रिव्यू पिटीशन दायर करने की मांग
नई दिल्ली। बजट सत्र के दूसरे चरण में अब तक एक भी दिन संसद के दोनों सदन सुचारू रूप से नहीं चल सके हैं। आए दिन विपक्ष के हंगामे के चलते सदन स्थगति हो जाता है। आज भी कुछ ऐसा ही हुआ। सदन में लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के थोड़ी देर बाद ही उसे 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया वहीं राज्यसभा में भी हंगामा बढ़ता देख उसे सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया। 12 बजे जब फिर लोकसभा शुरू हुई तो विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया। हालांकि इस दौरान सदन शुरू होने के बाद करीब 9 मिनट तक हंगामे के बीच चलता रहा। वित्त राज्य मंत्री शिव प्रसाद शुक्ल ने अपना वक्तव्य पढ़ा। इस के बाद सुमित्रा महाजन ने सांसदों ने अपील की कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए उन्हें सांसदों की गिनती करनी होगी ऐसे में सभी सांसद अपनी सीट पर बैठ जाए लेकिन सांसद नहीं माने और वेल में ही खड़े रहे।
महाजन ने सदन को जानकारी दी कि कई सांसदों ने कहा है कि रामनवमी की वजह से उन्हें कई कार्यक्रमों में जाना है इसलिए सोमवार को छुट्टी कर दी जाए। महाजन ने सांसदों की अपील को स्वीकार किया।इसके बाद उन्होंने 27 मार्च मंगलवार तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया। संसद शुरू होने से पहले ही परिसर में तेलगु देशम पार्टी के सांसदों ने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा ना दिए जाने पर विरोध प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं TDP सांसद शिवप्रसाद एक चरवाहे की वेशभूषा में सदन आए और विरोध किया।
वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों ने भी इसी मुद्दे पर विरोध किया। कांग्रेस ने भी अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में विरोध कर मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से SC/ST अधिनियम के तहत आए फैसले पर रिव्यू पिटीशन दायर करे। इस दौरान कांग्रेस सांसदों ने नारे लगाए- 'दलितों के सम्मान में राहुल गांधी मैदान में।'