Budget 2019: मोदी सरकार के इस बजट में महिलाओं को क्या मिला?
नई दिल्ली। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने मोदी सरकार का पांचवा और आखिरी बजट शुक्रवार को पेश किया। इस बजट में सरकार ने मध्यम वर्ग, किसानों और मजदूरों को लेकर कई योजनाओं का ऐलान किया। महिलाओं को भी इस अंतरिम बजट से कई उम्मीदें थी। लेकिन सरकार की ओर से कोई खास घोषणा ना किए जाने के बाद महिलाओं को हाथ निराशा लगी है। वित्त मंत्री ने अपने अंतरिम बजट भाषण में सिर्फ महिलाओं को उनकी सरकार द्वारा दी गई अबतक की उपलब्धि ही गिनाईं।
वित्त मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने उज्जवला योजना के तहत 8 करोड़ एलपीजी गैस कनेक्शन मुफ्त बांटने का काम किया। इस योजना में अभी तक 6 करोड़ मुफ्त गैस कनेक्शन दिये जा चुके हैं। अगले साल बचे हुए गैस कनेक्शन भी दिए जाएंगे 8 करोड़ हो जाएगा। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के लिए मातृवंदना योजना लागू की गई। मोदी सरकार ने 2018 के बजट में महिलाओं पर खास फोकस रखा था, लेकिन इस बजट से महिलाओं को कुछ ज्यादा नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का सबसे ज्यादा फायदा महिलाओं को। 70 फीसदी से ज्यादा महिलाओं को मुद्रा योजना के बिना गिरवी रखे कर्ज मिल रहा है। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मोदी सरकार ने महिलाओं को 26 सप्ताह के मातृत्व अवकाश की शुरुआत की है। इसके साथ ही उन्होंने मातृ वंदना योजना का भी जिक्र किया। महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण मिशन के लिए 1330 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। ऐसे में 2018-19 के संशोधित अनुमान के मुकाबले 174 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की गई है।
नौकरीपेशा लोगों की सालाना आय 5 लाख रुपये तक है तो उसे कोई टैक्स नहीं देना होगा। किराये के लिए टीडीएस की थ्रेसहोल्ड 1.80 लाख रु से बढ़ाकर 2.40 लाख रु की गई। दूसरे घर से मिलने वाले नोशनल रेंट पर नहीं लगेगा कोई टैक्स। साथ ही नई पेंशन स्कीम का ऐलान, हर महीने 100 रु जमा करने पर मिलेगी 3000 रु पेंशन।
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