सोनिया-मायावती को भारत रत्न देने की मांग पर बोली BSP- 'जनता को बेवकूफ बनाना हरीश रावत का मकसद'
Bharat Ratna Demand for Sonia Gandhi and Mayawati: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत (Harish Rawat) हमेशा अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती को भारत रत्न देने की मांग की थी। जिसका कांग्रेस ने तो समर्थन किया, लेकिन अब बसपा (BSP) ने रावत के इस बयान का विरोध किया है। साथ ही इसे राजनीति से प्रेरित बयान बताया।
मामले में बसपा ने कहा कि हरीश रावत की मांग का मुख्य मकसद जनता को बेवकूफ बनाना है, इसके अलावा इस मांग के पीछे कोई और वजह नहीं है। इससे पहले जब कांग्रेस का शासनकाल था तो भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को भारत रत्न देने में वो असफल रही थी। जब कांशीराम और मायावती समेत कई दलित नेताओं ने ये मांग रखी, तब जाकर केंद्र ने उसे पूरा किया। बसपा ने आगे कहा कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, तो मायावती ने कई बार कांशीराम को भारत रत्न देने की मांग की लेकिन कांग्रेस ने उस पर भी ध्यान नहीं दिया। ऐसे में अब इस मांग का कोई तुक नहीं है।
ट्वीट
कर
रावत
ने
कही
थी
ये
बात
5
जनवरी
को
हरीश
रावत
ने
ट्वीट
कर
लिखा
कि
सोनिया
गांधी
और
मायावती,
दोनों
प्रखर
राजनैतिक
व्यक्तित्व
हैं।
आप
उनकी
राजनीति
से
सहमत
और
असहमत
हो
सकते
हैं,
मगर
इस
तथ्य
से
आप
इनकार
नहीं
कर
सकते
हैं
कि
सोनिया
जी
ने
भारतीय
महिला
की
गरिमा
और
सामाजिक
समर्पण
और
जनसेवा
के
मापदंडों
को
एक
नई
ऊंचाई
प्रदान
की
है,
आज
उन्हें
भारत
की
नारीत्व
का
गौरवशाली
स्वरूप
माना
जाता
है।
रावत
ने
आगे
लिखा
कि
मायावती
ने
भी
वर्षों
से
पीड़ित-शोषित
लोगों
के
मन
में
एक
अद्भुत
विश्वास
का
संचार
किया
है,
भारत
सरकार
को
चाहिये
कि
इन
दोनों
व्यक्तित्वों
को
इस
वर्ष
भारत
रत्न
से
अलंकृत
किया
जाए।