यूपी में BSP को लगा बड़ा झटका, सतीश मिश्र की समधन बीजेपी में हुईं शामिल
लखनऊ। लोकसभा चुनाव के पहले चरण का प्रचार अभियान आज शाम थम जाएगा। इससे पहले मंगलवार को यूपी में बसपा को उस समय बड़ा झटका लगा जब मायावती के बेहद करीबी और पार्टी के महासचिव सतीश मिश्र की समधन बीजेपी में शामिल हो गईं। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सतीश मिश्रा की समधन अनुराधा शर्मा को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करवाई। बता दें कि अनुराधा शर्मा पिछले लोकसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं।
सोमवार को झांसी में गठबंधन के प्रत्याशी के नामांकन के दौरान अनुराधा शर्मा ने सपा प्रत्याशी के साथ मंच साझा किया था। अनुराधा शर्मा बीएसपी के दिग्गज नेता सतीश चंद्र मिश्र की समधन हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में मिश्र ने उन्हें पार्टी की तरफ से झांसी से लोकसभा का टिकट दिलवाया था, लेकिन तब वो चुनाव चुनाव हार गईं थी। पार्टी की ओऱ से इस बार टिकट ना मिलने से नाराज अनुराधा शर्मा ने बीजेपी का दामन थाम लिया।
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अनुराधा शर्मा को बसपा से बीजेपी में लाने का सबसे बड़ा हाथ उनके भतीजे अनुराग शर्मा का माना जा रहा है। बता दें कि, बीजेपी ने अनुराग शर्मा को उमा भारती की जगह झांसी से लोकसभा का टिकट भी दिया है। अनुराग शर्मा देश की जानी-मानी आयुर्वेदिक दवाओं की कंपनी बैद्यनाथ आयुर्वेद के कर्ताधर्ता हैं। वे पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं पर उनके पिता दो बार सांसद रह चुके हैं। अनुराग झांसी में 1980 में कांग्रेस से सांसद रहे स्वर्गीय विश्वनाथ शर्मा के पुत्र हैं। विश्वनाथ शर्मा ने 1991 में हमीरपुर से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था।
सूत्रों के मुताबिक भाजपा आलाकमान ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सलाह के बाद अनुराग को यहां से टिकट दिया है। हालांकि अनुराग शर्मा अब तक राजनीति में सक्रिय नहीं थे। ना ही वह भाजपा के किसी संगठन में सक्रिय थे। उनका मुकाबला सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी श्याम सुन्दर पारीछा से होगा।
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