बीएसपी-एसपी कार्यकर्ता मिलकर काम करें, लोकसभा में जीत मेरा जन्मदिन का तोहफा होगा: मायावती
नई दिल्ली। बीएसपी सुप्रीमो मायावती का आज जन्मदिन है। इस मौके पर मायवती ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने समर्थकों को चुनाव की तैयारियों के लिए कहा तो वहीं कांग्रेस औऱ बीजेपी पर जमकर हमला बोला। मायवती ने कहा कि, सपा-बसपा कार्यकर्ताओं से अपील करती हूं कि वह अपने गिले-शिकवे भुलाकर चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। मायावती ने कहा कि, लोकसभा में जीत मेरे जन्मदिन का तोहफा होगा। मायावती ने इस मौके पर अपनी किताब ए ट्रेवेलॉग ऑफ माई स्ट्रगल रिड्डेन लाइफ एंड बीएसपी मूवमेंट के 14वें संस्करण को रिलीज किया।
मायावती ने कहा कि बीएसपी-एसपी के गठबंधन से विरोधियों की नींद उड़ी
उन्होंने कहा कि उनका ये जन्मदिन ऐसे वक्त में मनाया जा रहा है, जब कुछ दिन पहले ही उनकी पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है और इससे बीजेपी और दूसरी पार्टियों की नींद उड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि आमचुनाव में यूपी से ही तय होगा कि केंद्र में किसकी सरकार बनेगी और कौन प्रधानमंत्री बनेगा? इसलिए भाजपा के लोगों से सावधान रहें और गठबंधन को जिताने के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि वो चाहती हैं कि उनकी पार्टी और एसपी के नेता साथ मिलकर लड़ें और जीतें, यही उनके जन्मदिन का असली तोहफा होगा। मायावती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी अपने विरोधियों के खिलाफ सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है।
कांग्रेस को भी इससे सबक लेने की जरूरत है
मायावती ने कहा कि, जनता ने कुछ समय पहले ही पांच विधानसभा चुनावों में बीजेपी को जनता ने असलियत दिखाई है। साथ ही कांग्रेस को भी इससे सबक लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। मायावती ने कर्जमाफी पर केंद्र और राज्य सरकारों की घोषणा को बेकार बताया और कहा कि इससे किसानों को कोई फायदा नहीं मिलता। इससे उन्हें कर्ज से कोई मुक्ति नहीं मिलती। सरकारों को इनके पूरे कर्ज को माफ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि किसानों की भलाई के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें पूरी ईमानदारी से लागू हुईं तो किसानों की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है।
मायावती ने केंद्र सरकार के नोटबंदी और जीएसटी के फैसले पर सवाल उठाए
मायावती ने कहा कि देश के हित में यही होगा कि केंद्र सरकार अपनी सहयोगियों पार्टियों के साथ मुख्य विपक्षी पार्टियों को रक्षा सौदों के मामले में विश्वास की नीति बनाए, ताकि इन सौदों को लेकर बेहतर समझ बनाई जाए और कोर्ट-कचहरी जाने से बचा जा सके। मायावती ने उन बीजेपी नेताओं पर भी निशाना साधा, जिन्होंने हिंदू देवी-देवताओं के जाति और समुदाय पर टिप्पणी की थी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अब मुस्लिमों के जुमे की नमाज पर भी रोक लगाई जा रही है। मायावती ने केंद्र सरकार के नोटबंदी और जीएसटी के फैसले पर सवाल उठाए।